
राजीव गांधी कभी राजनीति में नहीं आना चाहते थे, बल्कि पायलट बन आसमान में उड़ना चाहते थे
21 अक्टूबर 1984 को इंदिरा गांधी की हत्या के कुछ घंटे बाद AIIMS के गलियारे में सोनिया को राजीव गांधी से लड़ते देखा गया था। वे सोनिया को कहते थे कि ‘पार्टी चाहती है कि मैं प्रधानमंत्री पद की शपथ लूं।’ इसपर सोनिया ने कहा, नहीं किसी भी कीमत पर नहीं’ उस समय राजीव गांधी में सोनिया को जबाव देते हुए कहा, ‘मेरे पास कोई विकल्प नहीं है, मैं वैसे भी मारा जाऊंगा।’
देश के सबसे युवा प्रधानमंत्री रहे राजीव गांधी का आज 20 अगस्त को यानी आज उनका जन्मदिन है। गांधी परिवार की तीसरी पीढ़ी से भारत के प्रधानमंत्री की शपथ लेने वाले राजीव गांधी का जीवन बेहद ही दिलचस्प रहा था, लेकिन वह कभी भी राजनीति में नहीं आना चाहते थे। उन्हें कभी भी सियासत पसंद नहीं थी वह पायलट बनकर अपनी जिंदगी अच्छे से जी रहे थे लेकिन इंदिरा गांधी की हत्या के बाद उन्हें मजबूरन राजनीति की दुनिया का सहारा लेना पड़ा।
21 अक्टूबर 1984 को इंदिरा गांधी की हत्या के कुछ घंटे बाद AIIMS के गलियारे में सोनिया को राजीव गांधी से लड़ते देखा गया था। वे सोनिया को कहते थे कि ‘पार्टी चाहती है कि मैं प्रधानमंत्री पद की शपथ लूं।’ इसपर सोनिया ने कहा, नहीं किसी भी कीमत पर नहीं’ उस समय राजीव गांधी में सोनिया को जबाव देते हुए कहा, ‘मेरे पास कोई विकल्प नहीं है, मैं वैसे भी मारा जाऊंगा।’
इस सियासी जंग में आखिरकार राजीव गांधी को आना ही पड़ा 1980 में भाई संजय गांधी की हत्या के बाद वे इंदिरा गांधी की मदद के लिए उन्होंने राजनीति में कदम रखा। उस समय संजय गांधी की अमेठी से लोकसभा सीट जीतकर संसद पहुंचे थे।
पढ़ाई के बाद पायलट बनना चाहते थे
राजीव गांधी अपने भाई संजय गांधी से 2 साल बड़े थे उनका जन्म 20 अगस्त 1944 में मुंबई में हुआ। उन्होंने दून स्कूल से प्रारंभिक पढ़ाई की फिर इंजीनियरिंग के लिए लंदन गए। वे डिग्री पूरे लिए बिना भारत लौट आए 1970 में ‘फ्लाईग क्लब दिल्ली’ से हवाई जहाज उड़ाने की ट्रेनिंग ली, ट्रेनिंग के पूरे हो जाने के बाद वो Indian Airlines के पायलट बन गए।
कैसे हुई सोनिया और राजीव गांधी की मुलाकात
जब राजीव गांधी लंदन में पढ़ाई कर रहे थे इस दौरान वो ग्रीक रेस्टोरेंट में जाया करते थे। वहां उनकी मुलाकात सोनिया से 1965 में हुई। राजीव गांधी ने रेस्टोरेंट के मालिक को कहा कि उन्हें सोनिया के पास वाली सीट दे दें, इसपर ग्रीक रेस्टोरेंट के मालिक ने कहा अगर आप ऐसा चाहते हैं तो आपको दोगुना भुगतान करना होगा इसपर राजीव गांधी ने झट से हां कर दी इस घटना का जिक्र रेस्टोरेंट के मालिक ने एक इंटरव्यू के दौरान किया था। 1968 में सोनिया और राजीव गांधी की शादी हुई उन्हें दो बच्चे प्रियंका गांधी वाड्रा और राहुल गांधी हैं।
तकनीकी क्षेत्र में विस्तार का श्रेय राजीव गांधी को जाता है
इंदिरा गांधी की मौत के बाद राजीव गांधी ने प्रधानमंत्री पद को संभाला ही नहीं बल्कि कई ऐतिहासिक फैसले भी लिए। तकनीकी के क्षेत्र में भारत ने कदम बढ़ाने का श्रेय राजीव गांधी को जाता है। उन्होंने सेंटर फॉर डिवेलपमेंट ऑफ टेलीमेटिक्स के तीन वर्ष के प्रोग्राम के लिए अशोका होटल को किराए पर लिया था। राजीव गांधी ने कई बड़े ऐतिहासिक बदलाव किए चाहें वो शिक्षा को लेकर हो या तकनीक को लेकर उन्होंने दल बदल कानून, 18 वर्ष से युवाओं को मतदान का अधिकार, रक्षा क्षेत्र में भी कई बड़े फैसले लिए हैं।
कैसे हुई मौत
21 मई 1991 को रात के 10 बजे मद्रास में श्री कोयंबटूर में एक जनसभा से रूबरू हो रहे थे वहीं एक लड़की चंदन का हार लेकर राजीव गांधी के पास गई जैसे ही पैर छूने को लड़की झुकी एक बड़ा धमाका हुआ। इस खबर ने गांधी परिवार को एक बड़ा झटका दिया था।