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क्या होता है समीक्षा अधिकारी, यहां जानें पूरी जानकारी 

सचिवालय प्रदेश सरकार का सबसे बड़ा कार्यालय है। कार्यों के शीघ्र निष्पादन के लिये इसे विभिन्न अनुभागों में विभाजित किया गया है, जो कई विभागों का कार्य देखते हैं | प्रत्येक विभाग एक या अधिक अनुभागों में विभाजित है। अनुभाग ही इस संगठन की मूल इकाई है। सचिवालय के कार्य को मुख्य सचिव द्वारा नियंत्रित किया जाता है। वह सचिवालय संगठन के मुखिया है। सचिवालय के विभिन्न विभाग, प्रमुख सचिव/सचिव के सम्पूर्ण प्रभार के अन्तर्गत कार्य करते हैं। इन अनुभागों के प्रभारी अनुभाग अधिकारी होते हैं, जो राजपत्रित स्तर के होते हैं। अनुभागों में समीक्षा अधिकारी  सहायक समीक्षा अधिकारी कार्यरत होते हैं|

कैसे बने  समीक्षा अधिकारी

समीक्षा अधिकारी बननें हेतु अभ्यर्थी को उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यू.पी.पी.एस.सी.) द्वारा आयोजित उत्तर प्रदेश समीक्षा अधिकारी/ सहायक समीक्षा अधिकारी की परीक्षा में सफल होना होता है| इस परीक्षा में सफलता प्राप्त करनें वाले अभ्यर्थियों को सामान्यत: सचिवालय भवन, लखनऊ एवं उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग भवन, इलाहाबाद आदि में नियुक्त किया जाता  है|समीक्षा अधिकारी का चयन सिर्फ प्रारंभिक और मुख्य परीक्षा के आधार पर होता है। आप जानते ही होंगे कि इसमें साक्षात्कार नहीं होता। आइये पहले प्रारंभिक परीक्षा को समझते हैं..UPPSC ARO RO Pre Exam प्रारंभिक परीक्षा 200 नंबरों का है और इसमें बहुविकल्पीय दो प्रश्नपत्र होंगे..

A. सामान्य अध्ययन- 140 प्रश्न ( 140 अंक)
B. हिंदी- 60 प्रश्न ( 60 अंक)

हम ये चाहेंगे कि सबसे पहले आप गंभीरता दिखाते हुए नीचे दिए हुए  सिलेबस को बाज़ार  से जल्दी खरीद लीजिये। उसमें आपको सिलेबस के अलावा भी आयु, अर्हता, विशेष विषयों से ग्रेजुएट के लिए आरक्षित पद और आरक्षण संबंधी बातें जानने को मिलेंगी। अगर आप इस परीक्षा में सिर्फ बैठना ही नहीं बल्कि इसे पास करना चाहते हैं तो सिलेबस को आप हर एक या दो दिन के अंतराल पर देख लिया करिये। यकीन मानिए ऐसा करते रहने से आपके दिमाग में पूरी परीक्षा योजना हमेशा घूमती रहेगी और स्वाभाविक रूप से आप तैयारी की योजना को अंतिम रूप देने में दूसरों से दो कदम आगे रहेंगे।

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शैक्षिक योग्यता (Qualification)

इस पद के लिए आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों को किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातक होना  अनिवार्य है क्योंकि, इसके बिना वो इस पद के लिए आवेदन नहीं कर सकते है |

आयु सीमा (age limit)

इस परीक्षा में शामिल होने वाले अभ्यर्थी की न्यूनतम आयु 21 वर्ष और अधिकतम आयु 40 वर्ष के बीच होनी चाहिए | वहीं, आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों को नियमानुसार आयु सीमा में छूट प्रदान की जाती है |

चयन प्रक्रिया (selection process)

इस पद के लिए अभ्यर्थियों को केवल लिखित परीक्षा  ही देनी पड़ती है इसमें अभ्यर्थियों को इंटव्यू (Interview) के लिए नहीं बुलाया जाता  है, लेकिन अभ्यर्थी को लिखित परीक्षा के अंतर्गत प्रारंभिक परीक्षा और मुख्य परीक्षा देनी रहती है, प्रारंभिक परीक्षा के अंतर्गत  अभ्यर्थियों को दो पेपर देने रहते है |

प्रारंभिक परीक्षा (pre Exam)

प्रारंभिक परीक्षा के अंतर्गत सामान्य अध्ययन में 140 बहुविकल्पीय प्रश्न दिए जाते है, और हिंदी से सम्बंधित परीक्षा में 60 बहुविकल्पीय प्रश्न हल करने रहते है,  जिसके  लिए एक अंक निर्धारित किया जाता  है, अर्थात परीक्षा का पूर्णांक 200 अंको  का निर्धारित किया गया है | इसके बाद  अभ्यर्थियों को दोनों प्रश्नपत्रों को मिलाकर सामान्यत: 60 से 65 प्रतिशत अंक लाने अनिवार्य रहेंगे |

सामान्य अध्ययन की परीक्षा के लिए महत्वपूर्ण जानकारी 

सामान्य अध्ययन से सम्बंधित पाठ्यक्रम के अंतर्गत निम्न पुस्तकों  की सहायता लेकर अध्यन किया जा सकता है |

1.इतिहास

इस परीक्षा में अच्छे मार्क्स लाने के लिए और भारतीय इतिहास के बारें में जानने के लिए यूनिक या स्पेक्ट्रम की पुस्तक पढ़ सकते है, विशेष रूप  से इस पद के लिए कॉम्पटीशन और घटनाचक्र पूर्वावलोकन, भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन से सम्बंधित  प्रश्न अधिक पूछे जाते है |

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2.विश्व भूगोल के लिए 

इसमें महेश बर्णवाल और घटनाचक्र पूर्वावलोकन के बारे में  पढ़ सकते है |

3.भारतीय अर्थव्यवस्था

प्रतियोगिता दर्पण तथा भारतीय अर्थव्यवस्था से सम्बंधित जानकारी  प्राप्त करने के लिए भारतीय अर्थव्यवस्था पुस्तक  का अध्यन करके  राष्ट्रीय  आय, कृषि आर्थिकी, बैंकिंग और पूँजी बाजार, विदेश व्यापार और अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक संगठनों के बारें में पूरी जानकारी ले सकते है|

4.संविधान के  विषय में अध्ययन करने के लिए परीक्षावाणी की भारतीय राजव्यवस्था और घटनाचक्र पूर्वावलोकन पुस्तक पढ़कर अध्यन कर सकते है |

5.कृषि के लिये घटनाचक्र की किताब ‘कृषि प्रौद्योगिकी’ और घटनाचक्र पूर्वावलोकन का अध्ययन कर सकते है ।

6.भारतीय भूगोल का अध्यन किया जा सकता है |

7.साइंस के लिए एनसीईआरटी और घटनाचक्र पूर्वावलोकन और घटनाचक्र समसामयिक वार्षिकी के विज्ञान प्रौद्योगिकी के बारे में पूर्ण जानकारी प्राप्त कर सकते है।

द्वितीय प्रश्न पत्र – हिंदी से सम्बंधित महत्वपूर्ण जानकारी 

हिंदी प्रश्न पत्र में 60 बहुविकल्पीय प्रश्न अभ्यर्थियों को हल करने रहते है  |

हिंदी प्रश्नपत्र से सम्बंधित पाठ्यक्रम 

1.इसमें आप अच्छे अध्ययन के लिए हरदेव बाहरी की पुस्तक पढ़ सकते है |

2.यूथ प्रकाशन का आर.ओ/ए.आर.ओ सामान्य हिंदी के बारे में पढ़ सकते है |

3.इस परीक्षा के लिए अभ्यर्थी एस आर पब्लिकेशन की समीक्षा अधिकारी हिंदी पुस्तक पढ़ सकते है |

मुख्य परीक्षा (mains exam)

1.प्रथम प्रश्नपत्र- सामान्य अध्ययन यह प्रश्न पत्र बहुविकल्पीय कराया जाता  है ।

2.द्वितीय प्रश्नपत्र- सामान्य हिंदी एवं आलेखन यह प्रश्न पत्र वर्णनात्मक प्रकृति का कराया जाता है ।

3.तृतीय प्रश्नपत्र सामान्य शब्द एवं हिंदी व्याकरण यह प्रश्न पत्र वस्तुनिष्ठ (बहुविकल्पीय) प्रकृति का होता है।

4.चतुर्थ प्रश्नपत्र- हिंदी निबंध वर्णनात्मक प्रकृति के विषय में है ।

समीक्षा अधिकारी के कार्य

1.समीक्षा अधिकारी का मुख्य कार्य  रूप से अनुभाग में प्राप्त होनें वाले पत्रों को दैनिकी में अंकित करना, तथा अनुभाग के लिये निर्धारित पंजियों का रख-रखाव करना और कागज पत्रों, पत्रावलियों के संचालन को सही-सही अंकित करना रहता है ।

2.स्वच्छ प्रतियां तथा विवरण पत्र तैयार करना रहता है |

3.इसके अलावा प्रतियों का मिलान करनें में अन्य सहायकों को सहायता प्रदान करना रहता है |

4.समीक्षा अधिकारी निर्गत की जानें वाली समस्त डाक को पत्रवाहक-पुस्तिका में अंकित करना तथा पत्रों को वितरित हो जाने के उपरान्त पत्रवाहक पुस्तिका की जांच  करता है |

5.यह अधिकारी अपना कर्तव्य पूरा करने के लिए निर्गमन  से पूर्व पत्रों के सभी संलग्नकों की जांच  करते है |

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