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UP Election 2022: ‘जिनके घर शीशे के होते हैं वह दूसरो पर पत्थर नहीं फेंकते’ कुछ इसी अंदाज में फंसती जा रही भाजपा

बीजेपी के लिए परिवारवाद बनी मुसीबत

लखनऊः परिवारवाद का पाठ पढ़ाने वाली भाजपा इन दिनों खुद परिवारवाद का शिकार, भाजपा की दर्जनभर सीटें पुत्र मोह-पत्नी मोह में फंसीं, पार्टी के बड़े नेताओं को सूझ नहीं रह कोई रास्ता…
 
पार्टी के बड़े नेता असमंजस में हैं
दूसरों को परिवारवाद का पाठ पढ़ाने वाली भाजपा इन दिनों खुद परिवारवाद का शिकार हो गई है, आपको बता दे कि  भाजपा के कई बड़े नेताओं ने अपने परिवार के सदस्यों के लिए टिकट मांग लिया है,इससे पार्टी के बड़े नेता असमंजस में हैं। कोई अपने बेटे के लिए टिकट मांग रहा है तो कोई पत्नी के लिए। भारतीय जनता पार्टी से अलग होकर समाजवादी पार्टी ज्वाइन करने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य की नाराजगी का कारण भी उनके बेटे को टिकट न मिलना था।
बीजेपी के लिए परिवारवाद बनी मुसीबत
भारतीय जनता पार्टी के लिए आज वही परिवारवाद मुसीबत बन गया है, आपको बता दे कि हालात ऐसे बन गए है कि भाजपा के कई बड़े नेताओं ने अपने परिवार के सदस्यों के लिए टिकट मांग लिया है,इससे पार्टी के बड़े नेता असमंजस में हैं। कोई अपने बेटे के लिए टिकट मांग रहा है तो कोई पत्नी के लिए। भारतीय जनता पार्टी से अलग होकर समाजवादी पार्टी ज्वाइन करने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य की नाराजगी का कारण भी उनके बेटे को टिकट न मिलना था। ऐसे में अब पार्टी किसी और का टिकट काटकर उस नेता को नाराज नहीं करना चाहती। इसलिए दर्जनभर से ज्यादा सीटें पुत्रमोह और पत्नी मोह में फंस गयी हैं।
पुत्र से बड़ा कोई मोह नहीं…
कहते है कि पुत्र मोह से बड़ा कोई मोह नही होता, फिर चाहे उसके लिए हस्तिनापुर जैसा राज्य मिट्टी में क्यो न मिला दिया जाये। इन दिनों भाजपा में भी कुछ ऐसे हालात है।उत्तर प्रदेश भाजपा में तमाम ऐसे बड़े नेता हैं जो अपने परिवार के सदस्य के लिए टिकट मांग रहे हैं। ऐसे नेताओं में सबसे पहला नाम है कलराज मिश्रा का है, राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्रा अपने बेटे अमित मिश्रा के लिए देवरिया विधानसभा सीट से टिकट मांग रहे हैं। कलराज मिश्रा को ब्राह्मण चेहरे के तौर पर जाना जाता है और यह भाजपा के बड़े नेता हैं। ऐसे में भाजपा के सामने इनके बेटे के टिकट को लेकर फैसला लेना चुनौती बना हुआ है। जबकि बिहार के राज्यपाल फागू चौहान के बेटे रामविलास चौहान मऊ की मधुबनी सीट से टिकट मांग रहे हैं। मधुबनी विधानसभा सीट से विधायक रहे दारा सिंह चौहान द्वारा इस्तीफा देने के बाद अब रामविलास चौहान का रास्ता लगभग साफ हो गया है|
ह्रदय नारायण दीक्षित उन्नाव की पुरवा सीट से अपने बेटे के लिए मांग रहे है।
सत्यदेव पचौरी अपने बेटे अनूप पचौरी के लिए 
  • मुकुट बिहारी वर्मा , कैबिनेट मंत्री यूपी बेटे के लिए
  • कैबिनेट मंत्री रमापति शास्त्री भाई के लिए टिकट मांग रहे है
  • मेयर संयुक्ता भाटिया अपनी बहू के लिए टिकट मांग रही है
  • दया शंकर सिंह और स्वाति सिंह जिसमे पति पत्नी दोनों ही टिकट की दावेदारी कर रहे है
  • गोंडा के कर्नलगंज विधायक कु अजय प्रताप सिंह अपने बेटे कुँवर शारदेन मोहन  के लिए टिकट मांग रहे है।
  • गोंडा के सांसद के बेटे प्रतीक भूषण जो गोंडा सदर से विधायक है इनके  लिए फिर से टिकट मांग रहे है। 

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