केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री के बयान पर मचा बवाल, विपक्ष भेजेगी विशेषाधिकार हनन का नोटिस
कांग्रेस नेता सी वेणुगोपाल ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री पर आरोप लगाते हुए कहा कि स्वास्थ्य राज्य मंत्री के खिलाफ विशेषाधिकार हनन नोटिस भेजेंगे
मंगलवार को राज्यसभा में कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन की किल्लत के कारण हुई मौतों पर केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री डॉ भारती प्रवीण पवार के बयान ने खासा बवाल मचा रखा है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री के इस बयान पर कांग्रेस में स्वास्थ्य मंत्री द्वारा सदन को गुमराह करने का आरोप लगाया है।
कांग्रेस नेता सी वेणुगोपाल ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री पर आरोप लगाते हुए कहा कि स्वास्थ्य राज्य मंत्री के खिलाफ विशेषाधिकार हनन नोटिस भेजेंगे क्योंकि उन्होंने सदन को गुमराह किया है।
बता दें कि, कल मानसून सत्र के दूसरे सदन की शुरुआत में केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री डॉ भारती प्रवीण पवार ने राज्यसभा में कहा कि कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर के दौरान आक्सीजन की किल्लत से एक भी मौत नहीं हुई थी।
स्वास्थ्य मंत्री ने सदन में अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि, महामारी की पहली लहर के दौरान, आक्सीजन की मांग 3095 मीट्रिक टन थी वहीं दूसरी लहर के दौरान बढ़ कर करीब 9000 मीट्रिक टन हो गई।’ जिसके बाद विपक्षी दल कांग्रेस ने स्वास्थ्य राज्यमंत्री सदन को गुमराह करने का आरोप लगाते हुए स्वास्थ्य राज्य मंत्री के खिलाफ विशेषाधिकार हनन नोटिस भेजने का ऐलान किया है।
वह इस पूरे मामले पर कांग्रेस नेता वेणुगोपाल ने कहा कि ‘देश की जनता को यह पता है कि राजधानी दिल्ली समेत अनेक राज्यों में ऑक्सीजन की कमी के कारण कैसे लोगों की मौत हुई। इससे साफ दिखाई पड़ता है कि मंत्री ने सदन को गुमराह करने की कोशिश की है और मैं निश्चित रूप से स्वास्थ्य मंत्री के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव पेश करूंगा’।