Uttar Pradesh

CM योगी ने छह बाढ़ ग्रस्त जिलों का किया दौरा, किया मुआवजे का एलान

गोरखपुर। सीएम योगी ने लगभग 18 घंटे में छह बाढ़ पीड़ित जिलों का हवाई सर्वे के साथ ही लोगों को राहत सामग्री भी वितरित की। उन्होंने कहा कि हर नागरिक का जीवन हमारी सरकार के लिए अमूल्य है।

सबके साथ सरकार पूरी तत्परता से खड़ी है। इस विपदा की घड़ी में भी न कोई भूखा और न ही बेघर होगा। सीएम योगी ने कहा कि सरकार और प्रशासन बाढ़ से प्रभावित इलाकों में पूरी संवेदनशीलता से बचाव व राहत कार्य में जुटा हुआ है।

कोई भी बाढ़ से प्रभावित व्यक्ति न भूखा सोएगा न ही बेघर रहेगा। प्रशासन से इस संबंध में त्वरित कार्रवाई कराई जा रही है। नागरिकों को बाढ़ के बाद भी कोई परेशानी न हो, इसके लिए योजना बनाई गई है।

शुक्रवार से ही सीएम योगी पूर्वी यूपी के बाढ़ पीड़ित क्षेत्रों के दौरे पर हैं। बाढ़ पीड़ितों के बीच आकर उनका दुख-दर्द सुना और उन्हेंं राहत सामग्री वितरित की।

सिद्धार्थनगर और महराजगंज के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों की जानकारी लेने और उनसे मिलने के बाद शनिवार को वह गोरखपुर गए। उन्होंने बाढ़ पीड़ितों से मुलाकात कर यहां झंगहा, खजनी, सहजनवा व लालडिग्गी में राहत सामग्री वितरित की।

सीएम योगी ने कहा कि पूर्वांचल के करीब 15 जिले पूर्वी उत्तर प्रदेश व नेपाल में भारी बारिश व बाढ़ से प्रभावित हैं। गोरखपुर में 2.26 लाख आबादी लगभग 304 गांव बाढ़ से प्रभावित हुए है।

बाढ़ नियंत्रण के प्रयास बाढ़ चौकियों और कंट्रोल रूम के द्वारा किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि राप्ती नदी खतरे के निशान से ढाई से तीन मीटर ऊपर को ओर बह रही।

सीएम योगी ने कहा कि समय पूर्व किए गए प्रभावी इंतजामों से जन धन हानि को रोकने की कोशिश की गई। इसमें सफलता भी मिली। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ व पीएसी की फ्लड यूनिट को बाढ़ की आशंका के चलते पहले से सक्रिय कर दिया गया था।

सीएम योगी ने कहा कि पर्याप्त मात्रा में बाढ़ पीड़ितों के लिए राहत सामग्री वितरण कराई जा रही है। प्रत्येक राहत सामग्री किट में 10-10 किलोग्राम चावल वआलू, दो किलोग्राम अरहर की दाल, नमक, हल्दी, रिफाइंड तेल, मिर्च, मसाले के पैकेट, लाई, चना, गुड़, मोमबत्ती, दियासलाई के साथ ही छाता और बरसाती भी दी गई है।

सीएम ने कहा कि बाढ़ या बारिश का पानी जिन घरों में घुसा है, भोजन के लिए उन परिवारों के कम्युनिटी किचेन की व्यवस्था की जा रही है। इसके लिए सरकार वचनबद्ध है कि कोई भूखा न रहने पाए।

सीएम ने कहा कि सरकार को बाढ़ पीड़ित पशुओं का भी खयाल है। पशुओं को भूसे-चारे का संकट इन क्षेत्रों में न हो इसके लिए भी प्रशासन को निर्देश दिया गया हैं।

सीएम ने कहा कि किसी की मृत्यु बहुत ही पीड़ादाई होती है। फिर भी किसी की मृत्यु आपदा में होने पर उसके परिवार को चार लाख रुपये और तत्काल आर्थिक सहायता प्रदान की जायेगी।

सांप या किसी हिंसक-जहरीले जानवर के हमले से मृत्य पर यहीं सहायता दी जाएगी। किसी किसान व बटाईदार की मृत्यु बाढ़ के चलते हुई तो उसे तत्काल सीएम किसान दुर्घटना बीमा योजना के अंतर्गत पांच लाख रुपये बीमा से दिया जाएगा।

किसी व्यक्ति के पालतू पशु (गाय, भैंस, बकरी, मुर्गी) की मृत्यु बाढ़ के चलते होती है तो सरकार की तरफ से उसके लिए भी आर्थिक सहायता प्रदान करेगी।

सीएम ने कहा कि बाढ़ से जिनके मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं, सरकार उसे 95 हजार रुपये तक अनुमन्य राशि प्रदान करेगी। कटान के चलते किसी का घर नदी में डूब गया है तो सरकार उसे भूमि का पट्टा और सीएम आवास योजना से उसके लिए आवास की भी व्यवस्था करेगी।

सीएम योगी ने बाढ़ पीडि़तों की फसलें बर्बाद और क्षतिपूर्ति का भी भरोसा दिया। उन्होंने, उन्हेंं मुआवजे का एलान किया हैं। अभी से इसके लिए सर्वेक्षण शुरू कर दिया गया है।

सीएम ने जलजमाव के 5 सितम्बर से 12 सितम्बर तक एक सप्ताह का हर क्षेत्र में इंसेफेलाइटिस, डेंगू, मलेरिया बीमारियों की आशंका बढ़ने और बचाव के लिए विशेष स्वच्छता, सैनिटाइजेशन तथा फॉगिंग का अभियान शुरू किया जा रहा है।

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