टीवी इंटरनेट के असर से प्रभावित हो रही बच्चों की भाषा? यह है निवारण
कोरोना काल में लॉकडाउन के कारण स्कूल बंद है और बच्चे घर से बाहर नहीं जा पा रहे हैं, ऐसे में घर पर रहने पर भी बच्चों के पास कोई अहम काम नहीं है । उनके पास दिन गुजारने के अलावा और कोई काम नहीं होता है फिर बच्चों के लिए टीवी और इंटरनेट ही एकमात्र सहारा होता है। बच्चे कोरोना काल में ज्यादातर समय अपना इंटरनेट वह टीवी पर ही बिता देते हैं , जिससे कई तरह के नकारात्मक असर देखने को मिलते हैं। वैसे तो यह पूरी तरह बुरा भी नहीं है कई लोग इन के माध्यम से आगे बढ़ने का प्रयास कर रहे हैं और सकारात्मक चीजों पर भी गौर दे रहे हैं। हालांकि बुरी और अच्छी चीज हर किसी में होती है यह हमारे ऊपर होता है कि हम किस चीज का सदुपयोग कर रहे हैं और किस चीज का दुरुपयोग कर रहे हैं।
एक तरफ जहां बच्चे कुछ नया सीख रहे हैं वहीं दूसरी तरफ बच्चों के व्यवहार में भी बदलाव देखा जा रहा है कई बार बच्चे ऐसी चीजें देख लेते हैं जिनसे बच्चों के व्यवहार में बदलाव आने लगता है, जो उनके लिए ही नहीं बल्कि उनके भविष्य के लिए भी अच्छा नहीं होता इसमें बच्चे गलत भाषा का इस्तेमाल करने लगते हैं ऐसे में हो सकता है कि बच्चों से ही बुरी भाषा सीख कर उसे बोलने लगे अगर आपके बच्चे के साथ भी कुछ ऐसा हो रहा है तो आज हम आपको कुछ ऐसे तरीके बताएंगे जिससे आप अपने बच्चों को सही दिशा की ओर ले जा सकते हैं।
सही वक्त पर बच्चों को टोकना
कई माता-पिता अपने बच्चों की अभद्र भाषा को देखकर हंसने रखते हैं ऐसे में बच्चों को बढ़ावा मिलता है सही तरीका तो यह है कि अगर किसी बच्चे की गलत आदत सुधार नहीं है तो उसे उचित वक्त पर ही ठोकना अनिवार्य होगा अगर आप इसको नजरअंदाज करते हैं तो यह बच्चे को शह देने वाली बात होती है। यह आगे चलकर किसी बड़ी गलती को अंजाम दे सकता है ऐसे में माता-पिता को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि जब आपका बच्चा पहली बार गलत भाषा का इस्तेमाल करें तो उसे अपनी जिम्मेदारी समझ कर उसी वक्त पर टोके और उसे सही और गलत का भेद बताए।
प्यार से समझाएं
अगर आप अपने बच्चों को गुस्से या फिर मार के समझाने की कोशिशें करेंगे तो बच्चे अलग दिशा में निकलने का प्रयास करेंगे कई बार कुछ गलत बोलने पर या कुछ गलत कर बैठने पर माता-पिता को अपने बच्चों को डांटने के बजाय या फिर पीटने के बजाय उन्हें प्यार से समझाना चाहिए क्योंकि बच्चों पर हाथ उठाने से गलत असर पड़ सकता है और वह गलत चीजें छोड़ने की जगह गुस्से में उन चीजों को अपनी तरफ आकर्षित कर लेंगे इसलिए आप हमेशा अपने बच्चों को प्यार से गलत और सही भाषा में फर्क बताएं।
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अच्छी चीजों का कराएं पाठ
हर माता-पिता के लिए ये जरूरी है कि वो अपने बच्चे को अच्छी चीजों के बारे में बताएं, फिर चाहे बच्चा गलत भाषा का इस्तेमाल करता है या फिर नहीं। बच्चे को बड़ों की इज्जत करना, सही भाषा में और तमीज से बात करना, सबके साथ मिलकर रहना, गलत और सही में फर्क बताना आदि। ये सभी चीजें आपको अपने बच्चे को बतानी चाहिए, ताकि वो अच्छी चीजें सीख सके।