
हम नहीं होते तो राजस्थान में कांग्रेस अपनी सरकार गिरने की पुण्यतिथि मना रही होती – राजेंद्र गुड़ा
बीते कुछ समय से राजस्थान की सियासत में हलचल देखने को मिल रही है हालांकि हाईकमान द्वारा गहलोत और पायलट खेमे के बीच में विवाद सुलझाने की तैयारी में जुटा हुआ है. खबरें तो ऐसे भी सामने आई थी कि पंजाब की तरह राजस्थान के लिए भी एक कमेटी का गठन किया जाएगा, वही बीच में सचिन पायलट दिल्ली पहुंचे थे जिसके बाद इस बात की आशंका है और तेज हो गई थी.

हालांकि अभी भी राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट की तरफ से दांवपेच चल रहे हैं, इसी बीच बहुजन समाज पार्टी से कांग्रेस में शामिल हुए विधायक और पूर्व मंत्री राजेंद्र गुड़ा ( Rajendra Guda ) ने सोमवार को सीधे तौर पर कांग्रेस आलाकमान पर निशाना साधते हुए हमला बोला है, राजेंद्र गुड़ा द्वारा कहा गया है कि अगर हम नहीं होते तो राजस्थान में आज कांग्रेस अपने सरकार गिरने की पुण्यतिथि मना रही होती क्योंकि इनके 19 विधायक पहले ही चले जा चुके थे हमारे जैसे बहुजन समाज पार्टी से आए हुए विधायक और निर्दलीय विधायकों ने कांग्रेस की राजस्थान में सरकार बचाई है. कांग्रेस आलाकमान को इतनी बात समझ में नहीं आ रही है, पता नहीं कांग्रेस आलाकमान क्या सोच रहा है.
क्यों है छह विधायक नाखुश ?
सूत्रों के हवाले से जानकारी हासिल हुई है कि बहुजन समाज पार्टी से अलग होकर कांग्रेस में शामिल हुए छह विधायक इस बात से नाखुश है कि उनको कांग्रेस पार्टी ने सरकार का हिस्सा नहीं बनाया है या पार्टी के भीतर कोई पद नहीं दिया गया. बता दें कि बहुजन समाज पार्टी से कांग्रेस में शामिल होने वाले विधायकों में एक राम लखन मीणा और संदीप यादव ने भी कहा कि हम लोगों ने कांग्रेस सरकार का समर्थन किया था मगर बदले में कांग्रेस सरकार ने हमें कुछ भी नहीं दिया जल्द ही मंत्रिमंडल में विस्तार होना चाहिए और नियुक्तियां होनी चाहिए.
यह भी पढ़े : कांग्रेस पर कपिल सिब्बल का बयान बोले, ‘देश को मजबूत विपक्ष चाहिए, सुधार की जरूरत.’
अंदाजा लगाया जा सकता है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर सचिन पायलट गुट के विधायकों को अर्जेस्ट करने का दबाव कांग्रेस आलाकमान के ऊपर बना हुआ है इसके खिलाफ गुड़ा को कांग्रेस आलाकमान के खिलाफ मैदान में उतारा गया है। क्योंकि कांग्रेस का कोई भी विधायक कांग्रेस आलाकमान के विरोध में इस तरह से नहीं बोलता है. वहीं खबर है कि बहुजन समाज पार्टी से कांग्रेस में आए छह विधायकों ने मीटिंग भी की है. माना जा रहा है कि कांग्रेस के गुट की तरफ से यह मीटिंग आयोजित करवाई गई है ताकि सचिन पायलट गुट की मांगों को कम किया जा सके।