
उत्तराखंड : ग्लेशियर फटने के बाद लापता लोगों की तलाश जारी, अब तक 11 शव बरामद
उत्तराखंड के चमोली जिले में चीन-तिब्बत सीमा पर सुमना-दो में आए हिमस्खलन में अब भी कुछ लोग लापता है। उनकी तलाश के लिए सेना रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी हुई है। लापता लोगों की संख्या आठ बताई जा रही है। खोज अभियान में डॉग स्क्वायड की भी मदद ली जा रही है। हादसे के बाद से अब तक 11 व्यक्तियों के शव बरामद किए जा चुके हैं, जबकि सात घायलों को सेना अस्पताल जोशीमठ में उपचार चल रहा है। वहीं, घायलों में से गंभीर एक को देहरादून के सेना अस्पताल भेजा गया है।

जोशीमठ के सुमना-दो बीआरओ कैंप में शुक्रवार दोपहर बाद हिमस्खलन हुआ। इस दौरान बीआरओ के दो कैंप पूरी तरह तबाह हो गए। इसके बाद से लापता लोगों की तलाश के लिए रविवार को फिर से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया है। सेना के अधिकारी और जवान इसके लिए खोजी कुत्तों की भी मदद ले रहे हैं।
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रेस्क्यू का काम तड़के ही शुरू हो गया। सेना ने बीआरओ से अपने श्रमिकों और कर्मचारियों की सूची मांगी है, जिसके अनुसार लापता व्यक्तियों की खोज की जा रही है। सुमना तक सड़क मार्ग खोलने का काम भी जारी है। मौके पर मदद के लिए सेना के हेलीकॉप्टर तैयार हैं।
वहीं उत्तराखंड (Uttarakhand) में शनिवार को कोरोना वायरस (Corona virus) के पांच हजार नए केस मिले हैं. एक दिन में पांच हजार पॉजिटिव केस (Positive case) उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण शुरू होने से लेकर अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है. शनिवार को 81 लोगों की जान चली गई और मौतों का ये आंकड़ा भी अब तक का सर्वाधिक है. उत्तराखंड में हर दिन आंकड़े बढ़कर आ रहे हैं.
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हॉस्पिटल भी कमोबेश ओवरलोड हो चुके हैं. एम्स ऋषिकेश में शाम साढ़े छह बजे तक बिना ऑक्सीजन वाले बीस बेड में से 19 फुल थे. ऑजचलुबबनक्सीजन वाले तीन सौ बेड में से मात्र 41 बेड खाली थे, जबकि 70 आईसीयू बेड में से 55 बेड फुल हो चुके थे.