यूपी एसटीएफ ने किया एक और एनकाउंटर, 1 लाख का ईनामी बदमाश हनुमान पांडेय पुलिस मुठभेड़ में ढ़ेर
अपराध तथा अपराधियों के खिलाफ प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति पर काम जारी है। इसी क्रम में भाजपा यूपी एसटीएफ ने एक लाख के इनामी राकेश पांडे उर्फ हनुमान पांडे को मार गिराने में सफलता हासिल की है
ऐसे किया गया एनकाउंटर
एसटीएफ एसएसपी सुधीर कुमार ने बताया कि शातिर बदमाश हनुमान पांडेय उर्फ रोकश पांडेय की सूचना बनारस एसटीएफ को मिली थी। इसकी तलाश एसटीएफ बनारस टीम और हेडक्वाटर टीम को थी। जिसके बाद से ही वाराणसी एसटीएफ व लखनऊ पुलिस की टीम शूटर हनुमान उर्फ राकेश पांडेय तलाश में लगी थी। सुबह पांच बजे के करीब सरोजनीनगर थाने से चंद कदम दूरी पर पुलिस ने आरोपित हनुमान पांडेय की इनोवा कार को पीछे से टक्कर मारी। जिससे उसकी कार डिवाइडर पर जा लड़ी। इस कार में शूटर हनुमान पांडेय के साथ चार लोग और बैठे थे। कार से निकलकर हनुमान पांडेय ने पुलिस की गाड़ी ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी उस पर गोली चलाई। जिससे वह मौके पर ही गिर गया। शूटर हनुमान पांडेय के सीने में गोली लगी।आनन-फानन उसे अस्पताल ले जाया गया। जहां पर उसे मृत घोषित कर दिया गया। वहीं बाकी 4 लोग मौके का फायदा उठा कर फरार हो गए।
कई वारदातों में शामिल था हनुमान
हनुमान पांडेय मऊ के कोपागंज का रहने वाला था और कई सनसनीखेज वारदातों में शामिल था। बताया जाता है कि मुन्ना बजरंगी की जेल में हत्या के बाद हनुमान पांडेय मुख्तार अंसारी के गैंग का बड़ा शूटर बन गया था। हनुमान पांडेय बाहुबली नेता मुख्तार अंसारी के गैंग डी-5 का सबसे सक्रिय सदस्य था। माना जाता है कि उसका निशाना अचूक था। एके-47 व एके-56 के साथ वह ऑटोमेटिक पिस्टल चलाने में माहिर था। वो मुख्तार के साथ मऊ में ठेकेदार अजय प्रकाश सिंह समेत 2 लोगों की हत्या के मामले में भी आरोपी था। हनुमान पाण्डेय के खिलाफ हत्या के 12 मामले चल रहे हैं जबकि उसपर 15-16 लोगों की जान लेने का आरोप है। उसने अपनी पत्नी के नाम पर असलहे का लाइसेंस ले रखा था, उस मामले में भी वह नामजद है।
BJP नेता कृष्णानंद राय हत्याकांड में था आरोपी
हनुमान पांडेय चर्चित BJP नेता कृष्णानंद राय हत्याकांड में भी आरोपी था। बता दें कि 2005 में विधायक रहे कृष्णानंद राय 29 नवंबर, 2005 को करीमुद्दीनपुर इलाके के सोनाड़ी गांव में एक क्रिकेट मैच के उद्धाटन में पहुंचे थे। मैच का उद्घाटन करने के बाद शाम करीब 4 बजे वो अपने गांव गोडउर लौट रहे थे कि तभी बसनियां चट्टी के पास उनके काफिले को कुछ लोगों ने घेर लिया और AK 47 से कृष्णानंद राय और उनके साथियों पर करीब 400 राउंड फायरिंग कर दी थी, जिसमें से 22 गोलियां राय के शरीर में मिली थी। इस हत्याकांड में कृष्णानंद राय की पत्नी अलका राय ने मऊ के विधायक मुख्तार अंसारी, उनके भाई और सांसद अफजाल अंसारी के साथ ही कुख्यात शूटर मुन्ना बजरंगी के खिलाफ हत्या का केस दर्ज करवाया था।