
अटल पेंशन योजना के लिए निर्धारित हुआ लक्ष्य, मिलेगा ये लाभ
केंद्र सरकार का उद्देश्य हर वर्ग को अटल पेंशन योजना (APY) के दायरे में लाना है। सरकार ने वित्त वर्ष 2021-22 के दौरान लगभग एक करोड़ लोगों को अटल पेंशन योजना से जोड़ने का लक्ष्य रखा है। पेंशन फंड नियामक एवं विकास प्राधिकरण (पीएफआरडीए) के आंकड़ों के मुताबिक चालू वित्त वर्ष के पहले छह महीनों में 39.80 लाख लोग इस योजना से जुड़े हैं। जबकि पिछले वित्त वर्ष में कुल 79.10 लाख लोग इस सरकारी पेंशन योजना से जुड़े थे। अटल पेंशन योजना के तहत अंशधारकों की संख्या में सालाना आधार पर 32.13 प्रतिशत की वृद्धि हुई और यह बढ़कर 3.13 करोड़ हो गई।
अगर आपकी उम्र 40 साल से कम है और आप अपने बुढ़ापे को लेकर चिंतित हैं तो ‘अटल पेंशन योजना’ बुढ़ापे में आर्थिक रूप से आपका सहारा हो सकती है। इस सरकारी पेंशन योजना से अब तक देशभर में 3 करोड़ लोग जुड़ चुके हैं।
महिलाओं को आकर्षित करने वाली योजनाएं
अटल पेंशन योजना में 78% लोगों में से अधिकांश ने 1000 रुपये की पेंशन योजना को चुना है। योजना प्राप्त करने वालों में 44 प्रतिशत महिलाएं हैं। यह योजना युवाओं में सबसे लोकप्रिय है, जिसमें 44 प्रतिशत सदस्यों की आयु 18 से 25 वर्ष के बीच है।
दरअसल, केंद्र सरकार की अटल पेंशन योजना वृद्धावस्था में हर महीने पेंशन की एक निश्चित राशि की गारंटी देती है। अटल पेंशन योजना मई 2015 में मोदी सरकार द्वारा शुरू की गई थी। 1 से 5 हजार रुपये प्रतिमाह पेंशन पाने के लिए सब्सक्राइबर को 42 रुपये से 210 रुपये प्रति माह देना होगा।
अटल पेंशन योजना क्या है?
यह योजना सेवानिवृत्ति के बाद के खर्चों के लिए नियमित आय प्रदान करती है। योजना के तहत पेंशन पाने के लिए कम से कम 20 साल के लिए निवेश करना होगा। अगर आपकी उम्र 18 से 40 साल के बीच है तो आप इस प्लान का लाभ उठा सकते हैं। आपको 60 साल की उम्र तक हर महीने एक निश्चित रकम निवेश करनी होगी। 60 साल की उम्र में पहुंचते ही आपको हर महीने एक निश्चित रकम पेंशन के तौर पर मिल जाएगी।
योजना के तहत न्यूनतम मासिक पेंशन 1,000 रुपये और अधिकतम 5,000 रुपये की पेंशन प्राप्त की जा सकती है। अगर कोई 18 साल का व्यक्ति अटल पेंशन योजना से जुड़ता है और 60 साल बाद 5000 रुपये की पेंशन चाहता है, तो उसे हर महीने 210 रुपये का निवेश करना होगा।
इस योजना की एक प्रमुख विशेषता यह है कि यदि निवेशक की बीच में ही मृत्यु हो जाती है तो सहभागी को लाभ जारी रखने का प्रावधान है। सहयोगी की मृत्यु के बाद जमा राशि नामांकित व्यक्ति को वापस कर दी जाएगी। साफ है कि निवेश का पैसा नहीं डूबेगा। वहीं अगर निवेशक 60 साल की उम्र से पहले अपना पैसा निकालना चाहते हैं तो कुछ परिस्थितियों में ऐसा संभव है।