
StartUps: स्टार्टअप्स के लिए शार्क टैंक इंडिया की जज विनीता सिंह ने ठुकराया करोड़ों का ऑफर
130 से अधिक शहरों में 2500 से ज्यादा आउटलेट
शार्क टैंक इंडिया की जज और फोर्ब्स इंडिया की वुमन पावर लिस्ट 2021 में जगह बनाने वाली शुगर कॉस्मेटिक्स की संस्थापक और सीईओ विनीता सिंह महिला सशक्तिकरण का बेहतरीन उदाहरण हैं। विनीता की सफलता की कहानी हम सभी को प्रेरणा देती है। विनीता का सक्सेस मंत्रा है ‘अगर आप कुछ वर्ल्ड क्लास करना चाहते हैं तो आपको लगातार अपने काम में योगदान देना होगा और नतीजों को लेकर धैर्य रखना होगा।’ विनीता की एंटरप्रेन्योरशिप और कामयाबी की कहानी के बारे में आपको जरूर जानना चाहिए।
विनीता के पिता तेज सिंह एम्स में साइंटिस्ट थे। शुगर कॉस्मेटिक्स (Sugar Cosmetics) विनीता सिंह का तीसरा स्टार्टअप है। उन्होंने सबसे पहले साल 2007 में अपने पहले स्टार्टअप की शुरुआत की थी। एंटरप्रेन्योर बनने की शुरुआत विनीता की ज़िदगी में 17 साल की उम्र में ही हो गई थी। जब उनकी शिक्षिका ने उन्हें बताया कि उन्हें एक एंटरप्रेन्योर बनना चाहिए। तभी से उनके जीवन का लक्ष्य तय हो गया था।
इन्वेस्टमेंट बैंक से 1 करोड़ रुपये का जॉब ऑफर ठुकराया:
उसके बाद के सालों में उन्होंने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) की प्रवेश परीक्षा में सफलता प्राप्त की और IIT-मद्रास में एक सीट प्राप्त की। इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में बी.टेक करने के बाद, उन्होंने अहमदाबाद में भारतीय प्रबंधन संस्थान (IIM) से MBA किया। भारत के दो सबसे विशिष्ट संस्थानों से डिग्री प्राप्त करने और एक दिग्गज इन्वेस्टमेंट बैंक से 1 करोड़ रुपये का जॉब ऑफर ठुकराने के बाद मुंबई चली गई। हालांकि उनके माता-पिता और अन्य लोगों को उनका यह फैसला पसंद नहीं आया था।
वे कहती हैं, “23 साल की उम्र में मैं बॉम्बे चली गई। मैं एक माचिस जैसे घर में रहती थी, जिसमें मानसून के दौरान बाढ़ आ जाती थी और मेरी बचत भी कम हो रही थी। मैं शायद ही कभी बाहर जाती थी क्योंकि मैं एक स्ट्रिक्ट बजट पर थी लेकिन मैं आगे बढ़ी। मैंने एक स्टार्टअप भी शुरू किया लेकिन वह फेल हो गया।”
पहला स्टार्टअप हो गया था फेल:
बता दें कि साल 2007 में विनीता ने Quetzal नाम का स्टार्टअप शुरू किया था। जिसमें रिक्रूटर्स को कैंडिडेट की बैकग्राउंड वेरिफिकेशन सर्विस मुहैया कराई जाती थी। लेकिन यह स्टार्टअप फेल हो गया था। इसके बाद साल 2012 में उन्होंने Fab Bag नाम का स्टार्टअप शुरू किया। यह एक सब्सक्रिप्शन बिजनेस था, जो महिलाओं को एक छोटी सी फीस पर हर माह ब्यूटी प्रॉडक्ट्स का एसॉर्टमेंट उपलब्ध कराता था।
Fab Bag से जुड़ीं महिला ग्राहकों ने विनीता सिंह के साथ अपनी पसंद, स्किन प्रॉब्लम्स और नापसंद शेयर कीं और विनीता ने डेटा का अध्ययन करने पर महसूस किया कि बाजार में मौजूद विदेशी या स्थानीय मेकअप ब्रांड भारतीय स्किन टोन या भारतीय जीवन शैली पर खरे नहीं उतर पा रहे हैं। विनीता का मानना है कि मेकअप लंबे समय तक चलने वाला होना चाहिए, जिससे कि अगर कोई ग्राहक लोकल ट्रेनों या प्रदूषित सड़कों पर लोकल वाहनों से यात्रा करता है, तो भी उसका मेकअप न उतरे और इन जानकारियों के साथ, विनीता ने 2015 में शुगर कॉस्मेटिक्स की शुरुआत की।
130 से अधिक शहरों में 2500 से ज्यादा आउटलेट:
एक महिला उद्यमी के तौर पर उनकी चुनौतियां यहीं खत्म नहीं हुईं। सिंह ने निवेशकों से मिलने में आने वाली कठिनाइयों के बारे में बताया। उन्होंने बताया “एक बार एक निवेशक ने मेरे साथ बैठक करने से इसलिए इनकार कर दिया क्योंकि मैं एक महिला थी। वह एक ‘पुरुष’ के साथ व्यापार की बात करना चाहता था और तब मैंने फैसला किया कि मैं अपने काम को बात करने दूंगी।”