
हरियाणा सरकार की तरफ से युवाओं के लिए सुनहरा मौका, नए स्टार्टअप को प्रोत्साहन के लिए बनेंगे कलस्टर
चंडीगढ़। हरियाणा में ज्यादा से ज्यादा युवाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध करने हेतु लघु, सूक्ष्म एवं मध्यम दर्जे के उद्योगों के नए स्टार्टअप के प्रोत्साहन के लिए जिला स्तर पर क्लस्टर स्थापित किए जाएंगे। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने अधिकारियों को इसकी योजना बनाने के निर्देश दिए हैं।
बता दें की मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने सोमवार को चंडीगढ़ में एमएसएमई की क्लस्टर योजना की समीक्षा बैठक ली। उन्होंने इसके लिए भूमि, योजना, उत्पाद के प्रकार, प्रौद्योगिकी, टेस्टिंग सर्टिफिकेशन, रिसर्च एवं डेवलपमेंट, प्रोसेसिंग, मार्केटिंग, फाइनेंसिंग, एक्सपोर्ट, डिजाइनिंग पैकेजिंग आदि की योजना पर बारीकी से काम करने को कहा। इसमें निर्यात का काम मुख्य रूप से विदेश सहयोग विभाग देखेगा। उन्होंने अधिकारियों को कहा कि पूरी योजना बनाकर पोर्टल पर लोगों से सुझाव मांगे जाएं। लोग किस-किस प्रकार के उद्योग लगाने में रुचि ले रहे हैं। आवश्यकता पड़ने पर उनकी बैठक भी बुलाएं ताकि क्लस्टर योजना उद्देश्य को प्राप्त कर सके।
उन्होंने अधिकारियों को क्लस्टर स्थापित करने के लिए जमीन की व्यवस्था भी समय से करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि किस-किस वस्तु का हरियाणा से निर्यात होता है, उस संबंध में विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर निर्यात करने वालों का एक सलाहकार बोर्ड या काउंसिल बनाएं ताकि निर्यात में आने वाली दिक्कतों का आसानी से समाधान किया जा सके। हर जिले में उस क्षेत्र में पैदा होने वाली उपज से बनने वाले उत्पादों पर आधारित क्लस्टर स्थापित करने की दिशा में कार्य करें। जैसे दादरी में टमाटर, रेवाड़ी में डेयरी, महेंद्रगढ़ में सरसों, सिरसा जिले में किन्नू का उत्पादन ज्यादा होता है। इन जिलों में इन्हीं उत्पादों पर आधारित क्लस्टर लगाना ज्यादा कारगर रहेगा। छोटे-छोटे उद्योग लगने से लोगों को अधिक रोजगार मिलेगा।