
Death certificate पर नहीं है मृत्यु का कारण, कैसे मदद करेंगे शिवराज सिंह चौहान ?
कोरोना वायरस संक्रमण के चलते जान गवाने वाले लोगों के परिवार की मदद करने का जिम्मा मध्य प्रदेश सरकार ने उठाया है लेकिन विभाग द्वारा जो डेथ सर्टिफिकेट बनवाए जा रहे हैं उसमें मरने वाले की मौत का कारण ( The cause of death ) ही नहीं लिखा जा रहा है, ऐसे में शिवराज सिंह चौहान किस प्रकार कोरोना वायरस संक्रमण से मरने वाले लोगों के परिवार को मदद दे पाएंगे ?

दरअसल मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में रहने वाले विकास (बदला हुआ नाम) ने कोरोना महामारी के दौरान अपने माता-पिता दोनों को गवा दिया शिवराज सिंह चौहान की ओर से जारी आर्थिक मदद के ऐलान के चलते वह प्रशासनिक अधिकारियों के पास पहुंचा लेकिन उसे अधिकारियों ने वापस लौटा दिया विकास ने बताया कि उसके अभिभावकों की मृत्यु प्रमाण पत्र पर मौत की वजह नहीं लिखी गई है, ऐसे में उसे मुआवजा नहीं मिल सकता है. मुआवजे के लिए परेशान यह अकेले नहीं है बल्कि तमाम बेसहारा बच्चे हैं जिन्हें इस प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि जो डेथ सर्टिफिकेट बनाया जा रहा है उसमे मृत्यू की वजह नहीं लिखी जा रही है।
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मुख्यमंत्री ने किया था ऐलान
मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार ने कोरोना से मौत होने पर पीड़ित परिवार को एक लाख रुपये मुआवजा देने का एलान किया है। सरकारी कर्मचारियों की मौत पर यह रकम 5 लाख रुपये है। साथ ही, परिवार के एक सदस्य अनुकंपा नौकरी भी दी जाएगी।