
इस हिल स्टेशन की सुंदरता मंत्रमुग्ध कर देने वाली है। यही वजह है कि यह केरल के शहर पलक्कड़ के सबसे लोकप्रिय पर्यटक आकर्षणों में से एक है।जैसे ही आप यहां की चढ़ाई करते हैं तो आपको प्रकृति के लुभावने दृश्य देखने को मिलेंगे।यहां हर दूसरे मोड़ पर आपको इलायची, संतरा, कॉफी या चाय की महक मिलेगी क्योंकि ये हिल बागानों से घिरी हुई है।
सीतारकुंडु व्यूपॉइंट पर जाकर कुछ घंटे शांति से बिता सकते हैं।यह नेल्लियाम्प्ति से केवल आठ किलोमीटर की दूरी पर है और माना जाता है कि यह वह स्थान है, जहां भगवान राम, भगवान लक्ष्मण और देवी सीता अपने वनवास के दौरान रहते थे।यहां स्थित सीतारकुंडु वॉटर फॉल्स 100 फीट की ऊंचाई से गिरता है और नीचे धान के खेतों से घिरा हुआ है, जो देखने में बहुत खूबसूरत लगता है।
माना जाता है कि पोथुंडी जलाशय 19वीं शताब्दी में सिंचाई के उद्देश्य से बनाया गया था।यह पलक्कड़ जिले के एक गांव में नेल्लियाम्प्ति से लगभग 18 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।यह जलाशय पदिपुझा और मींकादिप्पुझा के नजदीक है, ये दोनों अयालार नदी की सहायक नदियां हैं और पेय जल का प्रमुख स्रोत है।आप यहां पिकनिक मना सकते हैं और बोटिंग कर सकते हैं।
समुद्र तल से लगभग 5,250 फीट की ऊंचाई पर स्थित राजा का टीला झरनों, जलाशयों, पहाड़ों और जंगलों का शानदार दृश्य प्रस्तुत करता है।यह टीला अपने सुरम्य दृश्यों और वनस्पतियों समेत जीवों की आकर्षण के लिए प्रसिद्ध है।यहां विशाल गिलहरी, सांभर, हाथी और तेंदुआ जैसे जानवर रहते हैं। इस क्षेत्र में कॉफी के बागान, चाय के बागान और इलायची के बागान भी हैं।
केशवनपारा व्यूपॉइंट मनोरम दृश्य प्रस्तुत करता है और यह पलक्कड़ में मौजूद है।केशवनपारा के व्यूपॉइंट से आपको जो नजारा देखने को मिलता है वह बहुत शानदार होता है।यहां का नजारा अक्सर बादलों में घिरा होता है और जैसे ही बादल आपके पास से गुजरते हैं, आप महसूस करेंगे कि आप आकाश में हैं।यकीनन यहां जाने पर आपको एक अलग ही अनुभव मिलेगा।