
Delhi: दिल्ली नगर निगम चुनाव में कांग्रेस कर रही जीतोड़ मेहनत, रूठे नेताओं को भी मानने की तैयारी
Delhi। इस बार नगर निगम चुनाव-2022 में दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी चमत्कार दिखाने के लिए तैयार हो गई है। शनिवार को कांग्रेस मुख्यालय में पार्टी संगठन ने जिला पर्यवेक्षकों के साथ इसके लिए मैराथन बैठक कर चुनावी रणनीति को आखरी प्रारूप दिया।
चुनाव से छह माह (Delhi) पहले ही कांग्रेस 60% प्रत्याशियों का चुन लेगी तथा चुनाव की तैयारी के लिए संभावित प्रत्याशियों को पहले से ही पार्टी की ओर से अधिकृत जानकारी दी जाएगी।
दिल्ली में तीसरे नंबर पर भाजपा व आदमी पार्टी के सामने कांग्रेस पहुंच चुकी है पार्टी संगठन को मजबूत करने पर नगर निगम चुनावों को पूरा फोकस रखेगी। पार्टी संगठन काे ब्लाक स्तर पर निगम चुनाव से पहले मजबूती दी जाएगी। पांच विधानसभा क्षेत्र जिला पर्यवेक्षकों के जिम्मे रहेंगे।
अगले एक माह के अंदर इन क्षेत्रों में सभी ब्लाक में अध्यक्ष, ब्लाक संगठन की टीम बनाने की जिला पर्यवेक्षकों की जिम्मेदारी रहेगी। प्रदेशाध्यक्ष से सलाह कर जिला पर्यवेक्षक ही विधानसभा क्षेत्रों के विभिन्न पर्यवेक्षक नियुक्त करने का रास्ता दिखाएंगे। पैनल बनाने का काम चुनाव लड़ने के इच्छुक प्रत्याशियों के योग्यतानुसार जिला पर्यवेक्षक ही करेंगे। राष्ट्रीय संगठन महामंत्री केसी वेणुगोपाल, प्रदेश कांग्रेस प्रभारी इमरान मसूद समेत प्रदेशाध्यक्ष अनिल चौधरी भी इस बैठक में मौजूद रहे।
दिल्ली नगर निगम चुनावों को पार्टी हाईकमान ने गंभीरता से लेते हुए हरियाणा कांग्रेस के 14 विधायकों को 14 जिलाें के पर्यवेक्षक बनाया है। जिला पर्यवेक्षकों को शनिवार को हुई बैठक में वेणुगोपाल ने साफ कर दिया है कि पार्टी संगठन तथा जमीनी स्तर के कार्यकर्ताओं के बीच में वे एक सेतू का काम करें।
ब्लाक स्तर पर जहां जिला पर्यवेक्षकों को मजबूत संगठन बना खड़ा करने को कहा गया वहीं यह एक महत्वपूर्ण जिम्मेदारी भी दी गई है कि उन कांग्रेसियों के घर पर भी वे जलपान के लिए जाएं किसी वजह से जो पार्टी से नाराज चल रहे हैं। जिला पर्यवेक्षक रूठे कार्यकर्ताओं तथा पुराने पदाधिकारियों को मनाने के लिए जातिगत आधार पर आपस में भी एक दूसरे की मदद करेंगे।
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