
लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 के सातवें चरण का मतदान सात मार्च को होना है। सातवें चरण के नौ जिलों की 54 विधानसभा सीटों के लिए शुक्रवार को नामांकन पत्रों की जांच हुई, जिसमें 216 पर्चे निरस्त हो गए। अब इन सभी सीटों से मैदान में सिर्फ 652 प्रत्याशी बचे हैं। वहीं, 21 फरवरी को नामांकन पत्र वापस लिए जाएंगे और इसके बाद असल तस्वीर साफ होगी।
यूपी विधानसभा चुनाव के सातवें व अंतिम चरण का चुनाव नौ जनपदों में होगा। शुक्रवार को नामांकन पत्रों की जांच में सबसे ज्यादा 13 पर्चे वाराणसी की पिंडरा विधानसभा से खारिज हुए हैं। वहीं, जांच में भदोही व ज्ञानपुर से 12-12 नामांकन पत्र निरस्त हो गए। जौनपुर की जफराबाद व आजमगढ़ की अतरौलिया क्षेत्र से नौ-नौ नामांकन रद्द हुए। इसके अलावा वाराणसी कैंट से आठ, बदलापुर, जहूराबाद, राबर्ट्सगंज, शाहगंज, रोहनिया, वाराणसी दक्षिण व वाराणसी उत्तर से सात-सात पर्चें खारिज हुए हैं।
नामांकन पत्रों की जांच के बाद बचे इतने प्रत्याशी
वहीं, नामांकन पत्रों की जांच के बाद अब आजमगढ़ के अतरौलिया क्षेत्र में 10, सगड़ी में 15, गोपालपुर में 11, मुबारकपुर में 14, निजामाबाद में 13, आजमगढ़ में नौ, फूलपुर पवई में 12, लालगंज में 10, दीदारगंज में 15 और मेहनगर में आठ उम्मीदवार चुनावी मैदान में बचे हैं। भदोही में 12, औराई में सात, ज्ञानपुर में 12, चंदौली के मुगलसराय में 14, सैयदराजा में 11, सकलडीहा में नौ, चकिया में 11, गाजीपुर के जखनियां में 17, गाजीपुर में 19, सैदपुर में 10, जंगीपुर में 14, मोहम्मदाबाद में 10, जहूराबाद में 13 व जमानिया में 14 उम्मीदवार मैदान में बचे हैं।