
Monsoon Session : विपक्षी दलों के हंगामे के बीच पेश हुआ ओबीसी संशोधन विधेयक
संसद में लगातार सरकार और विपक्ष के बीच झडप जारी है। विपक्ष अपनी मांग से पीछे नहीं हट रहा है। वहीं सरकार ने भी सत्र के बचे हुए कुछ दिनों के लिए अपनी कमर कस ली है।
नई दिल्ली : संसद के मानसून सत्र के आखिरी हफ्ता का अब मात्र तीन दिन बचे हुए हैं। यह सत्र बीते माह 19 जुलाई से शुरू हुआ था। इस सत्र के शुरुवात से ही इसकी ज्यादातर कार्यवाही बाधित रहा है। जिसकी वजह से दोनों ही सदनों में काम काम हुआ है और इसकी वजह से केंद्र सरकार को करोड़ों का नुकसान भी उठाना पड़ा है।
इसी बीच भाजपा ने भी 10 अगस्त और 11 अगस्त के लिए अपनी संसदीय दल की बैठक बुलाई है। इस बैठक में भाजपा ने अपने लोकसभा और राज्यसभा सांसदों को दोनों सदनों और अन्य महत्वपूर्ण बैठकों में मौजूद रहने को आदेश दिया है।
ताजा अपडेट:-
- ओबीसी संशोधन विधेयक पर हंगामे के बीच हो रही है चर्चा। ये बिल राज्यों को अपनी ओबीसी सूची बनाने की इजाजत देता है।
- संसद के दोनों सदन लोकसभा और राज्यसभा में आज भी विपक्ष का हंगामा जारी है। विपक्षी सांसदों के हंगामे के बाद कार्यवाही 12 बजे तक के लिए स्थागित की गई थी। लेकिन इसके बाद फिर हंगामा शुरू हो गया है। इस बीच लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने कहा कि सांसदों को संसदीय मर्यादा का पालन करना चाहिए।
- कांग्रेस सांसद रिपुण बोरा ने राज्य सभा में तेल की बढ़ती कीमतों पर चर्चा के लिए सदन में नोटिस दिया है। उन्होंने कहा है कि नियम 267 के तहत अन्य मुद्दों को छोड़कर इस पर बहस की जानी चाहिए।
आपकी जानकारी के लिए बता दें की विपक्ष द्वारा लगातार हो रहे हंगामे का मुख्य कारण पेगासस जासूसी कांड और दूसरी किसानों को मुद्दा रहा है। इन दोनों ही मुद्दों पर विपक्ष संसद में चर्चा की मांग पर अड़े हुए है, वहीं इस पूरे मामले में सरकार का कहना है कि विपक्ष इन मुद्दों पर राजनीति करने में जुटा हुआ है। सरकार की तरफ से ये भी अपील की गई है कि विपक्ष को जनहित के मुद्दों पर सदन में वार्ता करनी चाहिए।
संसद में हो रहे विपक्षी दलों के हंगामे के बीच सरकार अब तक कुछ विधेयक भी पारित करवा चुकी है। इस पर भी विपक्ष अपनी आपत्ति जता रहा है। मगर ओबीसी सूची बनाने का अधिकार राज्यों को देने वाले विधेयक को पारित करवाने के लिए विपक्ष ने सरकार का साथ दिया है।
इन सभी मामलों के बीच विपक्ष ने इन बातों को भी साफ़ कर दिया है की वह पेगासस, कृषि कानूनों और महंगाई के मुद्दों पर अपने रुख में कोई बदलाव नहीं लाएगी। विपक्ष के तेवर और सरकार की तैयारी को देखते हुए इस लिहाज से आज भी दोनों ही सदनों में हंगामा होने के आसार हैं।
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