
उत्तराखंड: चारधाम और कांवड़ यात्रा को लेकर मुख्यमंत्री की आज होगी बैठक, सुना सकते हैं कोई बड़ा फैसला
चारधाम और कांवड़ यात्रा को लेकर मुख्यमंत्री की आज होगी बैठक। कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए इन यात्राओं पर प्रदेश सरकार ने लगाया था रोक।
देहरादून। आज प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी चारधाम यात्रा और कांवड़ यात्रा को लेकर अधिकारियों संग बैठक करेंगे। मुख्यमंत्री धामी के इस बैठक में कांवड़ यात्रा को लेकर आज प्रदेश सरकार कोई बड़ा फैसला सुना सकती है। अपने पाठकों को हम बता दें कि कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए उत्तराखंड में कांवड़ यात्रा और चारधाम यात्रा पर प्रतिबंध लगाया गया है।
वहीँ, ऋषिकेश में सरकार के द्वारा जारी किये गए कोविड नियमों की जनता जमकर धज्जियां उड़ाती दिख रही है। नीलकंठ धाम में जलाभिषेक के लिए जाने वाले कांवड़िये कोविड चेक पोस्टों से होकर गुजर तो रहे हैं मगर किसी भी चेक पोस्ट पर इनकी कोविड जांच नहीं हो रही है। जिसके चलते कोरोना संक्रमण का खतरा अधिक बढ़ गया है।
ऐसे में कोरोना कि तीसरी लहर के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए प्रदेश सरकार ने अगले आदेश तक श्रावण मास की कांवड़ यात्रा को स्थगित कर दिया था। इसके बाद नीलकंठ धाम में दर्शन और गंगा से जल उठाने के लिए उत्तर प्रदेश, राजस्थान, दिल्ली, हरियाणा और पंजाब के शिवभक्तों का आवागमन जारी हो गया।
अन्य दूसरे राज्यों से आने वाले पर्यटकों की आरटीपीसीआर और रैंडम एंटीजन टेस्ट के लिए जगह जगह पर कोविड चेकपोस्ट बनाए गए हैं। लेकिन इन चेकपोस्टों को पर्यटक बिना किसी रोकटोक के पार कर ले रहे हैं। जिसकी वजह से हालत यह हो गया है कि स्थानीय प्रशासन यात्रियों के चोपहिया और दोपहिया के वाहनों को रोकने की जहमत तक नहीं उठा रहे हैं।
आपको बता दें की 22 जुलाई से हरिद्वार में कांवड़ियों के लिए सीमाओ को सील कर दिया जाएगा। लेकिन इससे पहले ही हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, गुरुग्राम, दिल्ली आदि क्षेत्रों से शिवभक्त गंगा जल उठाने के लिए ऋषिकेश पहुंच रहे हैं। शिवभक्त विधिवत रूप से स्नान के बाद त्रिवेणी घाट, स्वर्गाश्रम और लक्ष्मण झूला के आसपास के गंगा तटों से जल भर रहे हैं। शिवभक्तों में जवान, बच्चे और महिलाएं भी शामिल हैं।
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