
आईटीओ से दक्षिण दिल्ली और नोएडा आना-जाना और आसान हो जाएगा। प्रधानमंत्री रविवार यानि कल प्रगति मैदान एकीकृत ट्रांजिट कॉरिडोर परियोजना की मुख्य सुरंग समेत 5 अंडरपास राष्ट्र को समर्पित करेंगे। इस दौरान पीएम मोदी एक सभा को भी संबोधित करेंगे।
यह एकीकृत ट्रांजिट कॉरिडोर प्रगति मैदान पुनर्विकास परियोजना का अभिन्न हिस्सा है। केंद्र सरकार की पूरी तरह से वित्तपोषित प्रगति मैदान इंटिग्रेटेड ट्रांजिट कॉरिडोर परियोजना की निर्माण लागत 920 करोड़ रुपये हैं। इसका लक्ष्य प्रगति मैदान में विकसित हो रहे, नए विश्वस्तरीय प्रदर्शनी और कन्वेंशन सेंटर तक लोगों बिना किसी परेशानी के पहुंच सकेंगे। इसका फायदा लाभ मैदान में आने वाले दर्शकों , मेहमानों और भागीदारों को होगा।
यह परियोजना प्रगति मैदान के साथ ही पूर्वी से मध्य दिल्ली आने की राह को भी आसान करेगा। इस लिहाज से इस परियोजना का प्रभाव प्रगति मैदान से बहुत आगे तक है, क्योंकि यह इस पूरे इलाके में वाहनों की आवाजाही को आसानी को सुनिश्चित करेगा। इसमें 6 लेन में विभाजित सुरंग में कई रास्ते जैसे मुख्य सुरंग प्रगति मैदान से गुजरने वाली पुराना किला रोड के माध्यम से इंडिया गेट से जुड़ेगी। सुरंग की खास बात यह है कि इसमें प्रगति मैदान के दोनों ओर से यातायात की आवाजाही की सुविधा होगी।
मुख्य सड़क के नीचे दो प्रमुख सुरंगों का निर्माण किया गया है। यह रास्ते पर्यावरण अनुकूल, स्मार्ट प्रबंधन के साथ आधुनिक डिजिटल रूप से नियंत्रित होंगे। इसमें अत्याधुनिक घोषणा प्रणाली, निगरानी प्रणाली यातायात सुविधाएं भी हैं। इससे भैरों मार्ग पर लंबे समय से यातायात का दबाव कम करने में मदद मिलेगी।