
Delhi: इस दिन लगेगा लॉकडाउन, तीसरी लहर के खतरे को देखते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने की घोषणा
Delhi। दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए अस्पतालों में बड़े स्तर पर सुविधाओं को बढ़ाने को लेकर तैयारियां शुरू हो चुकी है। इसके अंतर्गत अस्पतालों में 37 हजार से ज्यादा आक्सीजन बेड की व्यवस्था कराई जा रही है।
दिल्ली (Delhi) सरकार दूसरी लहर से सबक लेने के बाद पूरी तरह सावधान है। संक्रमण का खतरा बढ़ने पर सरकार तुरंत सख्त कदम उठाएगी। संक्रमण दर 0.50% होने पर विभिन्न गतिविधियों पर रोक लगनी शुरू हो जाएगी। 5% संक्रमण दर पहुंचने पर संपूर्ण दिल्ली में लाकडाउन लगा दिया जाएगा। भारतीय वाणिज्य और उद्योग मंडल द्वारा आयोजित एक वर्चुअल कार्यक्रम में उन्होंने ये सब बात कही।
स्वास्थ्य मंत्री ने यह भी कहा कि डेल्टा वायरस के अलावा कोरोना का कोई नया स्ट्रेन सामने आने पर ही दिल्ली में तीसरी लहर आएगी। इसलिए कब तक तीसरी लहर आएगी यह कहना अभी संभव नहीं है। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद द्वारा तय मानकों के आधार पर 5% संक्रमण दर होने पर अधिक खतरा होता है।
अभी दिल्ली में 0.10% से सक्रमण दर कम है। पिछले अनुभव को देखते हुए यह फैसला लिया गया है कि 0.50% संक्रमण दर होने पर विभिन्न गतिविधियों पर प्रतिबंध लगना शुरू हो जाएगा। संक्रमण दर जैसे-जैसे बढ़ेगी प्रतिबंध बढ़ता जायेगा।
पिछली बार 14% संक्रमण दर होने पर लाकडाउन लगाया गया था। जिसके बाद 36% तक संक्रमण दर पहुंच गई थी। जिसे ध्यान रखते हुए पांच% संक्रमण दर होने पर दिल्ली में संपूर्ण लाकडाउन लगा दिया जाएगा। जिससे संक्रमण दर 10% से ज्यादा न बढ़ सके।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि अस्थायी अस्पतालों में आइसीयू बेड की संख्या बढ़ाई जा रही हैं और आक्सीजन प्लांट भी लगवाए जा रहे हैं और जिसमे पाइप लाइन के द्वारा आक्सीजन की कमी पूरी की जाएगी।
दिल्ली सरकार द्वारा निजी अस्पतालों में मेडिकल लिक्विड आक्सीजन स्टोरेज टैंक और प्रेशर स्विंग एडसोर्पशन प्लांट लगवाने पर सब्सिड दी जायेगी। जिससे 50% आक्सीजन की जरूरत पीएसए प्लांट द्वारा पूरी की जाए। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि संक्रमण रोकने का सबसे अच्छा उपाय यह है कि लोग मास्क का प्रयोग जरूर करें और भीड़ में जाने से बचे।
दिल्ली हाईकोर्ट ने वैक्सीनेशन पर जताई शंका, दिसंबर तक नहीं पूरा हो पाएगा मिशन