
ओडिशा ट्रेन हादसे की वजह आई सामने, रेल मंत्री बोले- जिम्मेदारों की भी कर ली गई है पहचान
ट्रेन हादसे में 288 मौतें, 900 से ज्यादा लोग घायल, ट्रैक के मरम्मत का काम जारी
भुवनेश्वर/बालासोर: ओडिशा के बालासोर में बीते शुक्रवार (दो जून) को हुए रेल हादसे में अब तक 288 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, 900 से अधिक लोग घायल हुए हैं। हादसे की वजह के बारे में बताते हुए रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि यह हादसा इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग में बदलाव के कारण हुआ। हमने इसके जिम्मेदारों की पहचान भी कर ली है। इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग सिस्टम वह होता है, जिसमें ट्रेन का ट्रैक तय किया जाता है।
रविवार को भी घटनास्थल पर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान मौजूद हैं। अब ट्रैक की मरम्मत का कार्य तेजी से जारी है, जिसके लिए एक हजार से ज्यादा कर्मचारी जुटे हुए हैं। वहीं, इस हादसे के कारण इस ट्रैन पर आने वाली 58 ट्रेन निरस्त कर दी गई हैं। दुर्घटनाग्रस्त डिब्बों को क्रेन के जरिए हटाया जा रहा है। रेल मंत्री ने बताया कि हमारा फोकस अभी मरम्मत पर है। आज ही ट्रैक को क्लियर कर दिया जाएगा। मरम्मत का काम हम बुधवार तक पूरा कर लेंगे और फिर ट्रेन चलनी शुरू हो जाएंगी।
पीएम मोदी ने लिया था घटनास्थल का जायजा
उधर, न्यूज एजेंसी ने रेलवे के हवाले से जानकारी दी है कि इस रूट पर गाड़ियों के बीच टक्कर रोकने वाला कवच सिस्टम मौजूद नहीं था। हालांकि, रेल मंत्री ने कहा कि हादसे का इससे लेना-देना नहीं। बता दें कि शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी घटनास्थल पहुंचे। इसके बाद उन्होंने अस्पताल में घायलों से भी मुलाकात की। पीएम ने कहा कि जो भी इस दुर्घटना का दोषी है, उसे बख्शा नहीं जाएगा। हम इस घटना से सबक लेंगे और व्यवस्था को सुधारेंगे।
रेलवे ने जारी किए हेल्पलाइन नंबर
इमरजेंसी कंट्रोल रूम- 6782262286
हावड़ा स्टेशन- 033-26382217
खड़गपुर स्टेशन- 8972073925, 9332392339
बालासोर स्टेशन- 8249591559, 7978418322
कोलकाता शालीमार स्टेशन- 9903370746।