
Delhi : झुग्गियों मे रहने वाले लोगो की बढ़ी मुश्किलें, परिसर खाली करने के प्रयास जारी…पढ़ें पूरी खबर
राजधानी दिल्ली से उत्तर प्रदेश के नोएडा के सेक्टर 4 में झुग्गियों में रहने वाले एक हजार से ज्यादा परिवारों को लेकर प्राधिकरण काफी चिंतित है, क्योंकि यहां रहने वाले लोग फ्लैट में नहीं जाना चाहते हैं। दरअसल नोएडा अथॉरिटी ने सेक्टर-122 में झुग्गी-झोपड़ी वालों के लिए फ्लैट बनाए हैं, लेकिन तमाम कोशिशों के बावजूद झुग्गी-झोपड़ी वाले फ्लैटों में शिफ्ट होने को तैयार नहीं हैं।
इतना ही नहीं झुग्गीवासियों के उदासीन रवैये के कारण नोएडा प्राधिकरण की झुग्गियों को हटाने की योजना आगे नहीं बढ़ रही है। सीईओ के कहने पर हर हफ्ते सेक्टर-122 में 100 झुग्गीवासियों को कब्जा दिया जाए, लेकिन इससे पहले उनकी झुग्गी-झोपड़ी खाली कर दी जाए। नोएडा अथॉरिटी के कई प्लॉट सेक्टर-4, 5, 8 और 9 में हैं और उन पर अनाधिकृत झोपड़ियां बन चुकी हैं। प्राधिकरण ने 2015 में मलिन बस्तियों को हटाने की योजना शुरू की थी। इसके तहत नोएडा सेक्टर-122 में 1771 फ्लैट बनाए गए हैं। उन्हें न केवल झुग्गी बस्तियों में रहने वाले परिवारों को आवंटित किया गया है, बल्कि वे झुग्गी-झोपड़ियों को खाली करके फ्लैटों में जाने से दूर जा रहे हैं।
1300 परिवारों ने किया रजिस्ट्रेशन, लेकिन 250 ही गए फ्लैट
नोएडा अथॉरिटी के मुताबिक, 1771 फ्लैटों में 1300 पंजीकृत हैं, लेकिन अभी तक 250 परिवार ही सेक्टर 122 में माइग्रेट हुए हैं। यही वजह है कि नोएडा अथॉरिटी हर महीने करीब 100 परिवारों को फ्लैट में शिफ्ट करने की कवायद में लगी है। इन फ्लैटों के लिए स्लम परिवारों को 4 से 6 लाख रुपये का भुगतान करना पड़ता है।
लोग झुग्गी-झोपड़ी छोड़ने को तैयार नहीं
नोएडा प्राधिकरण के एक अधिकारी के मुताबिक, सेक्टर 4, 5, 8 और 9 में रहने वाले लोग फ्लैट पंजीकृत होने के बाद भी झुग्गी-झोपड़ी छोड़ने को तैयार नहीं हैं। वर्क सर्कल-1 और टीएसी समेत अन्य अधिकारी कुछ समय से झुग्गी-झोपड़ियों में रहने वाले परिवारों को समझाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ।