
मध्य प्रदेश : सवा लाख विद्यार्थियों के रिजल्ट शीट में नहीं 11वीं के नंबर, कैसे तय किया जाएगा रिजल्ट ?
मध्य प्रदेश : देश में कोरोना वायरस की दूसरी लहर के कारण सभी बोर्डों की परीक्षाओं को रद्द कर दिया गया आपको बता दें जिसके बाद स्कूल शिक्षा विभाग ने 12वीं कक्षा के रिजल्ट तैयार करने के लिए 10वीं और 11वीं के नंबर और कक्षा 12वीं की छमाही परीक्षा के नंबरों के आधार पर रिजल्ट तैयार करने का फैसला किया था इसके लिए मंत्री समूह की कमेटी का भी गठन किया था.

लेकिन समस्या यहां उत्पन्न होने शुरू हो गई जब ज्ञात हुआ कि लाखों स्टूडेंट के कक्षा ग्यारहवीं के नंबर रिजल्ट शीट में है ही नहीं सवा लाख में 35 हजार से ज्यादा स्टूडेंट मध्यप्रदेश के भोपाल के हैं वहीं बीते साल मध्यप्रदेश के निजी स्कूलों की संख्या 5630 के आसपास रही. स्कूलों में पढ़ रहे स्टूडेंट्स की बात की जाए तो करीब 17645 संख्या थी. इनमें से ज्यादातर स्टूडेंट के नंबर रिजल्ट शीट पर ही अंकित नहीं है.
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11वीं के छात्रों को मिला था जर्नल प्रमोशन
आपको याद हो कि बीते साल को रोना संक्रमण की वजह से कक्षा ग्यारहवीं की परीक्षाएं आयोजित नहीं हुई थी जिसके कारण छात्र छात्राओं को जर्नल प्रमोशन के आधार पर ही पास कर दिया गया था. सरकारी स्कूलों से संबंद्ध निजी स्कूलों ने कक्षा 11 वीं की रिजल्ट सीट में वार्षिक परीक्षा के कॉलम में जनरल प्रमोशन अंकित किया है. मार्कशीट पर कोरोना की सील चस्पा की गयी है. ज्यादातर स्कूलों में कक्षा 11वीं के विद्यार्थियों को जनरल प्रमोशन देकर कोरोना की सील मार्कशीट पर लगा दी गई थी..