
बार एसोसिएशन ने एससी से उठाई मांग , कहा – कोर्ट में शुरू की जाए सुनवाई
दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन ने देश के मुख्य न्यायाधीश एनवी रमण से आग्रह किया है कि, शीर्ष अदालत में पूर्ण क्षमता से शारीरिक उपस्थिति वाली सुनवाई शुरू की जाए।
एससीबीए ने किया अनुरोध
एससीबीए ने अनुरोध करते हुए कहा कि, मौजूदा समय में कोविड-19 की स्थिति नियंत्रण में है। इसके मद्देनजर कोर्ट रूम में महामारी से पहले वाली स्थिति में सुनवाई शुरू की जानी चाहिए। एसोसिएशन ने इसे पारंपरिक और सांविधानिक अनिवार्यता भी बताया। एससीबीए अध्यक्ष ने जस्टिस रमण को पत्र लिखकर कहा कि, खुली अदालत में मामलों की सुनवाई परंपरा और संविधान दोनों रूप से जरूरी है।
महामारी के चलते शुरू हुई सुनवाई
सुप्रीम कोर्ट में मार्च 2020 में महामारी के आरंभ के बाद मामलों की वर्चुअल सुनवाई शुरू हुई थी। और पिछले साल 9 नवंबर से शीर्ष अदालत ने सप्ताह में तीन दिन मंगलवार, बुधवार और बृहस्पतिवार को खुली अदालत में सुनवाई शुरू की है।
दिल्ली में पाबंदियों में दी गयी ढ़ील
पत्र के मुताबिक, राजधानी दिल्ली में संक्रमण की दर 4 प्रतिशत से नीचे आ गई है। और दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने स्कूल-कॉलेज और जिम आदि को 7 फरवरी से खोलने का निर्णय लिया है। दफ्तरों को 100 फीसदी क्षमता से खोल दिया गया है। नर्सरी से ऊपर के क्लास भी 14 फरवरी से आरंभ हो जाएंगे। ऐसे में सुप्रीम कोर्ट के खुले कोर्ट रूम में पूरी क्षमता से सप्ताह में 5 दिन काम नहीं करने की कोई न्यायोचित वजह नहीं है।