
छत्तीसगढ़ निकाय चुनाव: बागियों को मनाती रही कांग्रेस और भाजपा
कुछ पार्टी नेता बागी प्रत्याशियों के घर पहुंचे और उन्हें पार्टी में भविष्य के
छत्तीसगढ़: मध्य प्रदेश में होने निकाय चुनाव को लेकर देर रात तक भाजपा और कांग्रेस दोनों ही पार्टियों के बागी और आला नेताओं के बीच मान मनोबल का दौर चलता रहा। वहीं इस दौरान को बागी प्रत्याशियों तो चोर पुलिस का खेल खेलते नजर आए। बागी प्रत्याशियों के घर में होने के बावजूद पार्टी के नेताओं को फोन करने और उनकी पत्नी और उनके बच्चे के नहीं होने या फिर फोन छोड़कर कहीं चले जाने के बाद कह देते हैं।
पार्टी नेता के मना करने के बाद भी कुछ पार्टी नेता बागी प्रत्याशियों के घर पहुंचे और उन्हें पार्टी में भविष्य के स्वर्णिम लाभ का वादा करके मनाने में लगे रहे अब कितने बाकी पार्टी नेताओं की चिकनी चुपड़ी बातों में आए और कितने नहीं या तो आज को ही पता चलेगा।
गौरतलब है कि नगरी निकाय चुनाव को लेकर नामांकन जमा करने वाले उम्मीदवारों के नाम वापसी का आज अंतिम दिन है आज शाम चुनावी मैदान की तस्वीर साफ हो जाएगी की पार्टी का कौन बागी किसे चुनौती देने उतरा है बागी प्रत्याशी के चुनाव लड़ने में कहीं पार्टी को हार का सामना ना करना पड़े इसके लिए बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही पार्टियां चिंतित हैं और निकाय चुनाव में जीत हासिल करने के लिए लगातार जद्दोजहद कर रही हैं।
आपको बता दें कि साहू समाज के परिचय सम्मेलन में सुबह के मुखिया मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बागी प्रत्याशियों को लेकर चिंता जताई और कहा कि उन्हें मनाने का कार पार्टी के बड़े नेता करें अजीम चुनाव प्रभारी और नेताओं को टिकट बांटने की जिम्मेदारी दी गई थी अब उन्हें बागियों को मनाने के लिए भी कहा गया है।
आपको बता दें कि नगरी निकाय चुनाव से पहले भाजपा कांग्रेस के आला नेता अपने पद और पहुंच दोनों का दबाव बनाकर साम दाम दंड भेद की नीति अपनाकर बागियों को शांत कराने में लगे ऐसे में आला नेता उनके घर पहुंचकर दवा ना बना सके इसके लिए वह शहर और जिले में जाकर अंडरग्राउंड हो जा रहे हैं। उन्होंने लोगों से बात करते हुए कहा कि वह शाम 6:00 बजे के बाद सीधे मैदान में दिखेंगे आगे जो भी है वह चुनाव जरूर लड़ेंगे