दिल्ली की चांदनी चौक बाजार में स्लैब लगे होने लग जाती है भीड़, कतराने लगे आने में लोग
यहां कोरोना प्रोटोकॉल का पालन ना होने से कारोबार में हो रहा है नुकसान
नई दिल्ली। चांदनी चौक में कोरोना प्रोटोकाल के पालन में सीमेंट के स्लैब बाधा बन रहे हैं। इन स्लैब के बीच पैदल लोगाें के पार होने के लिए थोड़ी सी जगह छोड़ी गई है। जिसके कारण इसके दोनों तरफ लंबी कतारें लग जाती है और भीड़भाड़ बढ़ जा रहा है। शारीरिक दूरी के नियमों का भी पालन नहीं हो रहा हैं।
बात यही खत्म होती इन स्लैब के पीछे के बंद रास्तों पर रेहड़ी-पटरी वालों का कब्जा हो गया इसके साथ ही वहा वाहनों की पार्किंग भी हो रही है। पूरा मामला गंभीर हो चुका है। यह उत्तर भारत का प्रमुख बाजार और कई थोक सामानों की बिक्री के कारण यहां हर वक्त बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ रहती है।
स्लैब से कारोबार हो रहा प्रभावित
दुकानदारों का आरोप है कि स्लैब के चलते बाजारों, कटरो और कूचों का कारोबार बहुत प्रभावित हो रहा है। मुगलकालीन शहर के मुख्य मार्ग को किसी भी वाहन रहित बनाया गया है। इससे कई मार्ग जुड़े हैं तो कई कटरे और कूचों वाले मार्ग के प्रवेश और निकासी का यहीं एक रास्ता है। संपर्क मार्गों से मुख्य मार्ग पर किसी भी वाहन का प्रवेश न हो, इसके लिए इसके शुरुआत में ही ये स्लैब रख दिए गए हैं।
ये ज्वेलरी बाजार, दरीबा कलां, इलेक्ट्रानिक्स और दवा के थोक बाजार भागीरथ पैलेस, लहंगों और किताब-कापियों के थोक बाजार नई सड़क, साड़ियों के बाजार नील कटरा सहित दूसरे रास्तों पर रखे गए हैं। जबकि बल्लीमारान के रास्ते से स्लैब हटा दिए गए हैं।
पुनर्विकास निगम अधिकारी ने कहा जल्द हटाए जाएंगे स्लैब
शाहजहांनाबाद पुनर्विकास निगम (एसआरडीसी) के एक अधिकारी ने कहा कि यह व्यवस्था कोई स्थाई व्यवस्था नहीं है। सभी 14 जगहों से स्लैब हटाकर बूम बैरियर लगाने की तैयारी की जा रही है। कोशिश की जा रही है कि यह 25 जुलाई तक हो पूरी जाए।
सीमेंट के बैरियर की वजह से कोरोना दिशानिर्देशों का पालन भी नहीं हो पा रहा है। स्लैब की वजह से केवल एक व्यक्ति को निकलने भर का रास्ता छोड़ा गया है। इतना ही नहीं इसके चलते गलियों में अवैध रेहड़ी-पटरी वालों के साथ वाहनों की अवैध पार्किंग भी हो रही है। इससे स्लैब के नजदीक भारी भीड़ इकट्ठा हो जाती है। इस मामले में एसआरडीसी से इसका रास्ता निकालने की मांग की गई है इसकी वजह से कोरोना नियमों का पालन नहीं हो पाता जिससे बाजार पर कार्रवाई की जाती है।
जिसके चलते कारोबार बहुत ज्यादा प्रभावित हो रहा है। क्योंकि ज्यादा भीड़ की वजह से कोई भी इस भीड़भाड़ में नहीं आना चाहता है। दूसरा कारण यह कि पूरा रास्ता भयंकर जाम से जूझने लगता है, क्योंकि पीछे से यातायात आता है, जो यहां पर आकर रूक जा रहा है। एसआरडीसी द्वारा विश्वास दिलाया गया है कि स्लैग को हटाकर यहां बूम बैरियर लगाया जाएगा, लेकिन यह कोई समस्या का हल नहीं है, बल्कि वह वैसी ही रहेगी। इसके लिए नई सड़क की जगह चावड़ी बाजार की ओर बैरियर लगाया जाए जहां से वाहनों का एंट्री होती है।
स्लैब के कारण बारिश का पानी बाजार में घुस रहा
स्लैब की वजह से दरीबा में बाढ़ जैसी स्थिति आ गई थी, क्योंकि मेन रोड ऊंची और दरीबा की सड़क नीची हो गई है। बारिश में पूरा पानी इस स्लैब के पास इकट्ठा होकर बाजारों में घुस रहा था। जिसकी वजह से कई दुकानों में बारिश का पानी भर गया। आस-पास के रहने वाले लोगों की वजह से बाजार में आने वाले लोगों ने दरीबा की सड़क को पार्किंग बना दिया है। मना करने पर लोग झगड़े पर उतर आते हैं हालत इतनी खराब हो गई है कि अब लोग बाजार आने से भी कतराने लगे है।
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