
दिल्ली में द्रमुक कार्यालय का हुआ उद्घाटन, एक मंच पर नजर आए दो राजनीतिक दल
दिल्ली में द्रमुक कार्यालय के उद्घाटन के मौके पर एक मंच पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, सपा प्रमुख अखिलेश यादव, माकपा महासचिव सीताराम येचुरी और नेशनल कांफ्रेंस के फारूक अब्दुल्ला समेत विपक्षी दलों के नेता नजर आए।
सभी दलों के नेताओं ने की शिरकत
पार्टी प्रमुख और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने कार्यालय का उदघाटन किया। इस दौरान तृणमूल कांग्रेस, तेदेपा, भाकपा, बीजद और शिअद के नेता भी यहां मौजूद रहे। वहीं सोनिया गांधी ने कार्यालय के एक हिस्से के लिए रिबन भी काटा। तमिलनाडु में कांग्रेस और द्रमुक गठबंधन में हैं। द्रमुक कार्यकर्ताओं को लिखे एक खुले पत्र में स्टालिन ने अन्ना-कलैगनार अरिवालयम नाम के नए कार्यालय को द्रविड़ किला बताया था। यहां लगभग सभी दलों के नेताओं को आमंत्रित किया गया था। इसमें भाजपा और अन्य गैर-यूपीए दलों के शीर्ष नेता भी शामिल थे।
छोटे से बड़े सभी नेता रहे मौजूद
कार्यक्रम में टीएमसी का प्रतिनिधित्व महुआ मोइत्रा और टीडीपी का प्रतिनिधित्व राममोहन नायडू के रवींद्र कुमार ने किया। सीपीआई से डी राजा, बीजद से अमर पटनायक और शिअद से हरसिमरत बादल ने इस कार्यक्रम में शिरकत की। तमिलनाडु सरकार के कई मंत्री, दोनों सदनों में द्रमुक के सांसद और स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन भी मौजूद रहे। स्टालिन ने इसे दिल्ली से दक्षिण भारत का इतिहास लिखने वाली घटना कहा। उन्होंने कहा कि, यह उनकी पार्टी, उसकी नीतियों और इसे लागू करने के लिए राष्ट्रीय राजनीति में महत्वपूर्ण स्थान वाले द्रविड़ मॉडल का सम्मोहक प्रतीक है।