
ऑक्सीजन की कमी से मौत मामले पर बोले संबित पात्रा, किसी ने नहीं भेजा केंद्र को डेटा
स्वास्थ्य राज्य मंत्री भारती प्रवीण पवार के एक जवाब ने राजनीतिक गलियारे में हलचल मचा दी है। एक ओर केंद्र सरकार विवादों में बचने की हर मुमकिन कोशिश कर रही। विपक्षी पार्टियां किसी भी मौके को हाथ से जाने नहीं देना चाहती हैं। अब ऑक्सीजन की कमी से मौत के मामले सरकार पर बयानों और आरोपों के बाण चलाए जा रहे हैं, जिसका करारा जवाब बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में दिया है।
ऑक्सीजन कमी से मौत मामले में संबित पात्रा ने अरविंद केजरीवाल और राहुल गांधी को घेरा है। साथ ही पर दोहरा रवैया का आरोप भी लगाया है। राष्ट्रीय प्रवक्ता पात्रा ने कहा है कि केजरीवाल और राहुल गांधी हाइकोर्ट में कुछ कहते है। टीवी और सोशल मीडिया पर कुछ कहते हैं। किसी भी राज्य सरकार ने ऑक्सीजन की कमी की वजह से मौत की बात स्वीकार नहीं की है।
संबित पात्रा ने पूछा सवाल
संबित पात्रा ने कहा कि केंद्र कह रहा है कि स्वास्थ्य राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों का विषय है और हम केवल जो आंकड़े राज्य भेजते हैं उसे इकट्ठा करते हैं। केंद्र ने एक गाइडलाइन जारी की है, जिसके आधार पर राज्य/केंद्र शासित प्रदेश अपने मौत के आंकड़ों को रिपोर्ट कर सकें। किसी भी राज्य और केंद्र शासित प्रदेश ने ऑक्सीजन की कमी से कोई मौत हुई हो। इस पर कोई आंकड़ा नहीं भेजा, इसलिए इसके आंकड़े नहीं हैं। क्या ये डेटा केंद्र ने बनाया? नहीं, ये डेटा राज्यों ने भेजा है।
इसके अलावा संबित ने अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया से सवाल पूछा कि आपकी सरकार ने केंद्र को जो आंकड़े दिए हैं, उसमें से एक भी मरीज की मौत ऑक्सीजन की कमी के कारण हुई है ऐसा लिखकर दिया है क्या?’ बता दें कि मंगलवार को संसद में भारती प्रवीण पवार ने कहा था कि कोविड महामारी की दूसरी लहर के दौरान किसी भी राज्य या केंद्र शासित प्रदेश से ऑक्सीजन के अभाव में किसी भी मरीज की मौत की खबर नहीं मिली है।