लोगों के बर्ताव से दुखी होकर की थी इस्तीफे की पेशकश: मणिपुर सीएम बीरेन सिंह
मणिपुर के मुख्यमंत्री ने कहा- मुझे लगा मैंने जनता का भरोसा खो दिया
इंफाल: मणिपुर में बीते दो महीने से जारी हिंसा के बीच मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने 30 जून को इस्तीफे की पेशकश की थी। हालांकि, बाद में उन्होंने अपना फैसला बदल दिया। अब सीएम बीरेन सिंह ने कहा कि वे लोगों के बर्ताव से दुखी थे।
जब 30 जून को एन बीरेन सिंह के इस्तीफे की खबरें सामने आईं तो सैकड़ों महिलाएं प्रदर्शन करने लगीं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह इस्तीफा न दें, बल्कि हिंसा फैलाने वालों पर सख्त एक्शन लें। सीएम ने शाम 4 बजकर 1 मिनट पर ट्विटर पर लिखा- ‘इस मोड़ पर तो मैं इस्तीफा नहीं देने वाला हूं।’
मुझे लगा मैं जनता का भरोसा खो चुका हूं: एन बीरेन सिंह
न्यूज एजेंसी एएनआई को शनिवार को दिए एक इंटरव्यू में मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने कहा कि लोगों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पुतले जलाने शुरू कर दिए। बीजेपी दफ्तरों पर हमला शुरू कर दिया। प्रधानमंत्री के पुतले क्यों जलाएं, उन्होंने क्या किया था? मेरे पुतले जलाते तो कोई बात नहीं थी। इससे मैं दु:खी हो गया। लोगों ने समर्थन किया और जो मुझे लग रहा था कि जनता के बीच मैं भरोसा खो चुका हूं, वो गलत था।
इसके अलावा सीएम बीरेन सिंह ने कहा कि मणिपुर में हिंसा क्यों हो रही है, इसे लेकर मैं भी हैरान हूं। अभी तक सरकार ने ऐसी कोई अनुशंसा नहीं की है कि मैतेई समुदाय को शेड्यूल ट्राइप लिस्ट में शामिल किया जाए या ना शामिल किया जाए। इसके लिए सभी का सहमत होना जरूरी है। उच्च न्यायालय ने हमसे पूछा था इस बारे में। हमने अभी कोई रिकमंडेशन नहीं भेजी है। अभी चार हफ्तों का समय है। मैं हिंसा का कारण नहीं समझ पा रहा हूं। ये कारण वही संस्था बता सकती है, जिसने रैली निकाली कि मैतेई को शेड्यूल ट्राइब में ना शामिल किया जाए। उनके पास उत्तर होगा।