Punjab: CM ने पाकिस्तान से नशा तस्करी रोकने के लिए National Drug Policy बनाने को कहा
पंजाब (Punjab) के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह (Capt. Amarinder Singh) ने पाकिस्तान (Pakistan) से नशीले पदार्थों की तस्करी को रोकने के लिए राष्ट्रीय ड्रग नीति लाने के लिए अपनी मांग को दोहराते हुए राज्य से नशा खत्म करने के लिए एसटीएफ, पुलिस और खुफिया विंग के बीच तालमेल बनाने की जरूरत पर जोर दिया। उन्होंने इसे वैश्विक समस्या करार दिया। उन्होंने कहा कि भले ही हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, दिल्ली जैसे पड़ोसी राज्य नशों की तस्करी से निपटने के लिए कारगर ढंग-विधि लागू करने के लिए रजामंद हुए थे, लेकिन इस ओर महत्वपूर्ण कदम नहीं उठाए गए हैं।
सीएम ने कहा कि उनकी सरकार नशों के प्रति किसी किस्म की कोताही नहीं बरतेगी। उन्होंने इस समस्या का कारण राज्य में नार्को-आतंकवाद को प्रोत्साहन देने के लिए पाकिस्तान के साथ-साथ तस्करों, गैंगस्टरों और आतंकवादियों के बीच मजबूत गठजोड़ बताया। नशाखोरी और तस्करी के विरुद्ध अंतरराष्ट्रीय दिवस के मौके पर लोगों से मुखातिब होते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि बहुत से नशे खासतौर पर अफगानिस्तान से हेरोइन की तस्करी बरास्ता पाकिस्तान, पड़ोसी राज्य हरियाणा, जम्मू-कश्मीर, राजस्थान, दिल्ली और यहां तक कि नेपाल से होती है।
उन्होंने इस कदम को पंजाब के युवाओं को कमजोर करने और उनको सशस्त्र बलों से दूर करने के लिए पाकिस्तान की साजिश बताया। उन्होंने ड्रोन के द्वारा नशों की तस्करी और कांडला बंदरगाह के द्वारा पंजाब को भेजी जाने वाली 700 किलोग्राम हेरोइन जब्त किए जाने की घटनाओं का भी हवाला दिया। उन्होंने कहा कि इसके अलावा भी जम्मू-कश्मीर में उरी सैक्टर के द्वारा पाकिस्तान की तरफ से खतरनाक हथियार भेजे गए।
हाल ही में कनाडा में नशों की बड़ी खेप जब्त करने की घटना पर चिंता जाहिर करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह बहुत शर्मनाक बात है कि इस जुर्म में कुछ पंजाबी नौजवान भी शामिल पाए गए हैं, जिससे पंजाब की बदनामी हुई है। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने अमृतसर के पुलिस कमिश्नर डॉ. सुखचैन सिंह गिल के नेतृत्व में विशेष टीम द्वारा अमृतसर में जब्त किए गए नशों/नशीली दवाओं को लाइव नष्ट करने की डिजिटल तौर पर शुरुआत की।
इस खेप में अंतरराष्ट्रीय मंडी में 1318 करोड़ रुपये की कीमत वाली 659 किलो हेरोइन, 3000 किलो भुक्की, 5.8 करोड़ गोलियां/कैप्सूल, 166 किलो गांजा, 5 किलो चरस और बड़ी मात्रा में भांग, स्मैक, सिरप (पीने वाली दवा) और टीके शामिल हैं।
पंजाब कांग्रेस प्रधान सुनील जाखड़ ने मुख्यमंत्री से अपील की कि वह अफगानिस्तान से पीछे हटने के अमरीका के फैसले के मद्देनजर पुलिस फोर्स को और अधिक चौकस रहने के लिए निर्देश दें। डीजीपी दिनकर गुप्ता ने कहा कि पंजाब की लगभग 550 किलोमीटर सरहद पाकिस्तान के साथ साझी होने के कारण यह हेरोइन, खासतौर पर अफगानिस्तान में पैदा की गई, की देशभर के अन्य राज्यों को तस्करी के लिए यातायात का मुख्य रास्ता बन गया है। पाकिस्तान ने नदियां, सरहदी बाड़, समुद्री रास्ते समेत अलग-अलग तरीकों का प्रयोग करते हुए पंजाब में हेरोइन की तस्करी के लिए सरहदों पर एक विशाल तस्करी बुनियादी ढांचा स्थापित किया है।
इस दौरान नशा विरोधी मुहिम के नोडल अधिकारी राहुल तिवारी ने कहा कि रोजगार सृजन और प्रशिक्षण विभाग ने मिशन रेड स्काई की शुरूआत की थी और नशा पीड़ितों को रोजग़ार के मौके प्रदान करने के लिए उन तक पहुंच की। समागम में हिस्सा लेते हुए जालंधर से बारहवीं कक्षा की छात्रा नवजीत कौर, नशों की समस्या से निकले संगरूर के हरविंदर सिंह, तरनतारन जि़ले की डैपो हेडमिस्ट्रेस जीएचएस पंजर जीत कौर, नशा विरोधी निगरानी समिति की मेंबर लुधियाना से डॉ. सुखपाल कौर और सरकारी कॉलेज मोहाली से बीएससी नॉन-मेडिकल की छात्रा किरणप्रीत कौर ने अपनी जानकारी और तजुर्बे साझा किए।