
प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना
किसी देश के युवा उस देश का भविष्य कहलाते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि आगे जाकर यही युवा देश की उन्नति में अपना दान देते हैं। इसी वजह से हमारे देश में युवाओं पर ध्यान देना अति आवश्यक है क्योंकि अगर हमारे युवा ही कुशल नहीं रहेंगे तो देश का भविष्य भी खतरे में पड़ सकता है। वहीं अगर हमारे देश के युवा उन्नति ना करें तो हमारे देश की उन्नति भी रुक जाती हैं। कई ऐसे युवा होते हैं जो कि कुछ वजह से अपनी पढ़ाई पूरी नहीं कर पाते हैं । कहा जाए तो कई ऐसे गरीब वर्ग होते हैं जो कि बच्चों को पढ़ा नहीं पाते जिसकी वजह से वह अशिक्षित रह जाते हैं। उनके अशिक्षित होने की वजह से उन्हें आगे जाकर नौकरी प्राप्त करना भी बहुत मुश्किल हो जाता है। हमारे देश की इसी परेशानी को दूर करने के लिए हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक नई योजना निकाली है। इस योजना का नाम है प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना ( Prime Minister’s kaushal vikas yojana ) । आज हम आपको इसी योजना के बारे में और इसका फायदा किस प्रकार से आप उठा सकते हैं के बारे में विस्तार से बताएंगे।

क्या है कौशल विकास योजना?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की केंद्र सरकार द्वारा एक योजना शुरू की गई जिसका नाम है कौशल विकास योजना। यह योजना मुख्य तौर पर उन लोगों के लिए है जो कि नौकरी प्राप्त करना चाहते हैं। यह योजना सरकार की फ्लैगशिप योजनाओं में से एक है।इस योजना को सफल बनाने के लिए भारत सरकार ने 1500 करोड़ का बजट बनाया है। इस योजना की शुरुआत सरकार ने 16 जुलाई 2015 को नई दिल्ली से की थी। प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना की शुरुआत भारत सरकार ने यूथ अर्थात युवाओं को आगे बढ़ने के लिए की थी क्योंकि भारत की कुल आबादी का सबसे बड़ा वर्ग युवाओं का आता है। यही युवा हमारे देश का भविष्य भी हैं। इस योजना के तहत 2020 तक युवाओं को नौकरी के लिए तैयार करने की योजना है।
क्या है कौशल विकास योजना की आवश्यकता?
अगर हम यह सोच रहे हैं कि कौशल विकास योजना के देश में आवश्यकता क्या है तो फिर इसका जवाब शायद हर किसी के पास होगा। देश में जितनी आवश्यकता एक युवा को नौकरी की है उतनी ही आवश्यकता हमारे देश को इस योजना की है। प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना का उद्देश्य देश के युवाओं को उद्योगों से जुड़ी ट्रेनिंग देना है जिससे उन्हें रोजगार पाने में मदद मिल सके। इस योजना की मदद से कम पढ़े लिखे या 10वीं, 12वीं कक्षा ड्राप आउट (बीच में स्कूल छोड़ने वाले) युवाओं को कौशल का प्रशिक्षण देती है।
इस बात से तो हर कोई अच्छे से वाकिफ होगा है कि भारत में बेरोजगारी की कितनी बड़ी समस्या है। भारत में कई ऐसे लोग हैं जो कि सिर्फ बेरोजगारी की वजह से ही आत्महत्या तक कर लेते हैं। कई लोग तो ऐसे भी होते हैं जिन्हें नौकरी ना मिल पाने के कारण दो वक्त की रोटी तक नसीब नहीं होती।
आंकड़े पर ध्यान दिया जाए तो अभी यानी कि मार्च 2021 में ही बेरोजगारी की दर 6.5 फीसदी है। इसमें शहरी इलाकों में बेरोजगारी की दर 7.1 फीसदी तो ग्रामीण इलाकों में 6.2 फीसदी है। मार्च 2016 में बेरोजगारी की दर 8.7% थी। बेरोजगारी की दर की वजह से कई ऐसे परिवार हैं जो कि रात को भूखे सोते हैं। इसकी मुख्य वजह कभी-कभी यह होती है कि कई ऐसे युवा होते हैं जो कि अपनी शिक्षा पूर्ण नहीं कर पाते। कई युवा अपनी दसवीं और बारहवीं की शिक्षा पूरी नहीं कर पाते और इसी वजह से वह नौकरी से वंचित रह जाते हैं। इसे बेरोजगारी को मिटाने के लिए इस योजना की शुरुआत हुई। भले ही कोई युवा शिक्षित ना हो लेकिन उसका अपने काम में कुशल होना अति आवश्यक है। युवाओं में इसी कुशलता को विकसित करने के लिए प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना में युवाओं को कई चीजें सिखाई जाती हैं।
इस योजना के तहत पहले चरण में 24 लाख युवाओं को शामिल किया जाएगा और इसके बाद 2022 तक यह संख्या 40.2 करोड़ ले जाने की योजना बनाई गई है।
कैसे करें योजना के लिए आवेदन?
प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना में आवेदन करने के लिए आपको सर्वप्रथम इसमें अपना नामांकन करवाना पड़ेगा। यह आप कुछ इस प्रकार कर सकते हैं–
–सबसे पहले इसके लिए http://pmkvyofficial.org पर जाएं
–इसके बाद इसमें अपना नाम, पता और ईमेल आदि प्रकार की जानकारी भरनी होती है।
–इस फॉर्म को भरने के बाद आप जिस भी फील्ड यानी क्षेत्र में काम करना चाहते हैं उसे चुन सकते हैं।
– इसमें आपको करीबन 165 कोर्स दिए गए हैं।
– अपने मनपसंद क्षेत्र को चुनने के साथ-साथ आपको एक और क्षेत्र चुनना पड़ेगा।
–सारी जानकारी भरने के बाद आपका ट्रेनिंग सेंटर चयनित किया जाएगा।
यहीं से आपके कौशल विकास का सफर शुरू हो जाएगा।
इसी के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कई टेलीकॉम कंपनियों को भी अपने साथ जोड़ रखा है।यह टेलीफोन कंपनियां SMS द्वारा प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना को सभी लोगों तक पहुंचाने का काम करेंगे। आपके मन में आए मैसेज में एक टोल फ्री नंबर दर्ज होगा। इस टोल फ्री नंबर पर आप मिस कॉल दे सकते हैं जिसके बाद आपको एक और कॉल आएगा जिसके जरिए आप प्रधानमंत्री की इस योजना में जुड़ सकते हैं। इसमें भी आपको अपनी कई जानकारी देनी होगी।
क्या होगा फायदा?
अगर आप प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के लिए चयनित हो जाते हैं तो इसके बाद आपकी ट्रेनिंग शुरू करवाई जाएगी। अच्छी बात है इसमें यह है कि इन कोशिश की ट्रेनिंग के लिए आपको किसी प्रकार की कोई फीस नहीं भरनी होगी। इसकी बजाय आपको ईनाम के तौर पर ₹8000 सरकार की ओर से दिए जाएंगे। अगर कोई युवा यह कोर्स पूरा कर लेता है तो उसका कौशल विकास तो होगा ही लेकिन उसके साथ ही साथ उसको एक सर्टिफिकेट भी दिया जाएगा। अच्छी बात यह है कि यह सर्टिफिकेट पूरे देश में मान्य रहेगा। ट्रेनिंग पूरी होने के बाद आपकी नौकरी में भी सरकार आपकी काफी सहायता करती है। इसके लिए सरकार कई रोजगार मेले भी आयोजित करती है जिसकी मदद से लोगों को नौकरी मिला करती है। इस योजना में 3 महीने , 6 महीने और 1 साल के लिए रजिस्ट्रेशन करवाया जाता है।
क्या हैं चुनौतियां?
प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के लिए तैयारी तो अच्छे से हुई थी लेकिन इसके बाद काम कितना हुआ यह जो आंखों से ही पता चल जाता है । इस योजना को 2015 में शुरू किया गया था जिसके बाद 2020 तक कई लोगों को रोजगार मिल जाना चाहिए था। अगर हम मार्च 2021 की बेरोजगारी दर पर नजर डालें तो यह काफी अधिक है। इससे यह साफ होता है कि कार्य अच्छे से नहीं हो पाया है। वैसे तो इस योजना के अंतर्गत भारत देश में कई हजार लोगों को नौकरी भी मिली है। परेशानी की बात यह है की सवा सौ करोड़ की जनता में सिर्फ हजार लोगों को नौकरी मिलने से काम पूरा नहीं हो सकता। इसी वजह से भारत सरकार को इस योजना को उसके चरम पर पहुंचाने के लिए काफी मेहनत करनी पड़ेगी।