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प्रधानमंत्री मोदी ने लिए कई फैसले, जानिए उनके संबोधन की बड़ी बातें

आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को संबोधित किया जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ( Prime Minister Modi ) ने कई अहम और बड़े फैसले लिए आपको बता दें प्रधानमंत्री का यह संबोधन कोरोना संकट के बीच कुछ अहम मुद्दों पर था हर किसी की नजर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबोधन पर टिकी हुई थी संबोधन के दौरान उन्होंने कहा कि कोरोना की दूसरी वेब से लड़ाई जारी है , दुनिया के कई देशों की तरह भारत भी बड़ी पीड़ा से गुजरा है हममें से कई ने अपनी परी चित्रों और परिजनों को खोया है ऐसे में लोगों के साथ मेरी संवेदनाएं हैं।

Prime Minister Modi

ऐसे में यह जानना बहुत जरूरी है कि आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबोधन में अहम बातें क्या थी?

गरीबों को मुफ्त राशन

प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन के दौरान गरीबों के लिए एक बड़ा ऐलान किया है जिससे गरीबों को बड़ी राहत मिल सकेगी आपको बता दें कि कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर में सबसे ज्यादा गरीब की कमर टूटी है ऐसे में कई परिवार ऐसे हैं जिनको खाना भी ढंग से नसीब नहीं हो पाता है, प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि गरीबों को पहले भी मुफ्त राशन मिलता रहा है सरकार ने फैसला लिया है कि इस साल दिवाली तक यानी नवंबर महीने तक गरीबों को प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत मुफ्त राशन दिया जाएगा।

बीते 100 सालों में आई सबसे बड़ी त्रासदी

देश को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनता से कहा 100 सालों में यह सबसे बड़ी त्रासदी है ऐसी त्रासदी विश्व ने नहीं देखी थी कई मोर्चों पर हमारे देश ने लड़ाई की है बेड अस्पताल और ventilator बनाने से लेकर टेस्टिंग लैब का नेटवर्क तैयार करने जैसे काम देश में किए गए। बीते सवा साल में देश में एक नया हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर तैयार हुआ है। वही अप्रैल और मई में अकल्पनीय रूप से ऑक्सीजन की डिमांड बढ़ा दी गई है ऐसा कभी भी नहीं हुआ था।

सावधानी बेहद जरूरी

प्रधानमंत्री ने कहा कि देश में दवाइयों का प्रोडक्शन कई गुना ज्यादा बढ़ाया जा चुका है दूसरे देशों से उन्हें लाने में कोई कसर नहीं छोड़ी गई है कोरोना जैसे अदृश्य दुश्मन के लिए सबसे प्रभावी हथियार ऐतियार है इस लड़ाई में वैक्सीन हमारे लिए सुरक्षा कवच की तरह है आज दुनिया में जो वैक्सीन की मांग है उसकी तुलना में उत्पादन कम है अगर भारत के पास अपनी वैक्सीन नहीं होती तो इतने बड़े देश में क्या होता पहले हमें कई बीमारियों की वैक्सीन के लिए दूसरे देशों का इंतजार करना पड़ता था।

बच्चों के स्वास्थ्य को लेकर चिंता

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन के दौरान बताया कि बच्चों के स्वास्थ्य को लेकर बड़ी चिंता है बच्चों के लिए नेजल वैक्सीन का ट्रायल किया जा रहा है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह भी कहा कि बच्चों के लिए तैयार की गई नेजल वैक्सीन का ट्रायल सफल रहा तो वैक्सीनेशन अभियान को तेजी मिलेगा ।

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टीकाकरण अभियान में बड़ा बदलाव

प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन के दौरान सफलतापूर्वक चल रहे टीकाकरण अभियान में भी बड़े बदलाव किए हैं उन्होंने कहा कि सवाल उठ रहे थे कि वैक्सीनेशन के लिए एज ग्रुप क्यों बनाए गए? उम्र की सीमा केंद्र क्यों तय कर रहा है? देश में मीडिया के 1 वर्ग ने इसे कैंपेन के रूप में भी चलाया गया , इसके बाद चर्चा की गई और राज्यों की मांग को देखते हुए 16 जनवरी से चली आ रही व्यवस्था में बदलाव किया गया है। हमने 25% काम राज्यों को सौंप दिया 1 मई से राज्यों को काम 25% सौंप दिए गए राज्यों ने भी प्रयास भी किए उन्हें इसका काम की कठिनाई का पता चला वैक्सीन की विश्व में क्या स्थिति है इससे राज भी परिचित हुए इसके बाद कई राज्यों ने कहा कि पहले जैसी ही व्यवस्था लागू होनी चाहिए।

वैक्सीनेशन का दायरा भी बढ़ाया और स्पीड भी

पीएम ने अपने संबोधन के दौरान कहा कि भारत ने वैक्सीनेशन का दायरा और स्पीड भी बढ़ाई जोकि अपने आप में ऐतिहासिक रहा. पीएम ने कहा कि महामारी के दौरान देश एकजुट होकर लड़ा है. पीएम मोदी ने कहा कि 2014 में वैक्सीनेशन का कवरेज सिर्फ 60 फीसदी था, अगर इसी रफ्तार से बढ़ते तो देश को टीकाकरण में 40 साल लग जाते. हमने वैक्सीनेशन की स्पीड बढ़ाई और दायरा भी बढ़ाया, बच्चों को भी इस अभियान का टीका बनाया.

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