प्रधानमंत्री मोदी ने प्रकृति प्रेम से अपने लगाव की अद्भुत वीडियो शेयर की, सोशल मीडिया पर लोग कर रहे पसंद
मोदी मॉर्निंग वॉक पर निकलते हैं तो मोर भी रास्ते में टहलते दिखाई देते हैं। पी एम मोदी ने एक कविता भी शेयर की है। जिसमें, मोर भोर, शांति, सुहानापन और मौन की अहमियत बताई है। प्रधानमंत्री जलवायु और वन संरक्षण पर मुखर रहे हैं। उन्होंने दो किताबें लिखी हैं इसमें उन्होंने अपना विज़न बताया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात में यह वादा किया था कि लॉकडाउन में उन्होंने समय कैसे बिताया है, इसका वीडियो शेयर करेंगे। प्रधानमंत्री आवास में रहते हुए पीएम मोदी ने मोरों और प्रकृति के साथ इस लगाव की वीडियो इंस्टाग्राम पर शेयर की है। इस वीडियो में वे अलग-अलग लोकेशन पर मोरों को दाना डालते हुए दिख रहे हैं।
मोदी मॉर्निंग वॉक पर निकलते हैं तो मोर भी रास्ते में टहलते दिखाई देते हैं। शाम को टहलते हुए भी मोरों से सामना हो जाता है। पी एम मोदी ने एक कविता भी शेयर की है। जिसमें, मोर भोर, शांति, सुहानापन और मौन की अहमियत बताई है।
भोर भयो बिन शोर,
मन मोर भयो विभोर,
रग-रग है रंगा, नीला भूरा श्याम सुहाना,
मनमोहक मोर निराला,
रंग है पर राग नहीं,
विराग का विश्वास यही,
न चाह, न वाह, न आह,
गूँजे घर-घर आज भी गान,
जिये तो मुरली के साथ,
जाये तो मुरलीधर के ताज,
जीवात्मा ही शिवात्मा,
अंतर्मन की अनंत धारा,
मन मंदिर में उजियारा सारा,
बिन वाद-विवाद, संवाद,
बिन सुर – स्वर संदेश,
मोर चकता मौन महकता।
पर्यावरण के ऊपर लिखीं हैं ये किताबें
प्रधानमंत्री जलवायु और वन संरक्षण पर मुखर रहे हैं। उन्होंने Canvenient Action: Gujrat’s Response to Challenges of Climate Change’ और Canvenient ‘Action: Continuity For Change’ दो किताबें लिखी हैं इसमें उन्होंने अपना विज़न बताया है।
आवास के भीतर भी पक्षियों की है एंट्री
प्रधानमंत्री आवास के बाहर तो मोर देखे ही थे मगर आवास के भीतर भी मोरों की एंट्री है। पर्यावरण संरक्षण के लिए पीएम मोदी ने इंटरनेशनल सोलर अलायंस खड़ा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
अलग लुक में दिखे मोदी
वीडियो में दिखा की आवास को ग्रामीण परिवेश में ढाला है साथ ऐसे चबूतरे बनाये गए हैं। जहां पक्षी अपना घोसला बना सकें।