नाम बदलने की राजनीति पर भूपेश बघेल ने कहा ये, जानिए
छत्तीसगढ़ में वर्गों और संस्थाओं के नाम पर फिर से राजनीति गर्म हो रही है। राज्य सरकार नवा रायपुर के चौकों और चौकों का नाम छत्तीसगढ़ के व्यक्तित्वों के नाम पर रखेगी। इस बीच नवा रायपुर में मंत्रालय और निदेशालय के सामने बने इंटीग्रल पाथ के नाम को लेकर संशय बना हुआ है।
पिछली भाजपा सरकार ने जनसंघ के संस्थापक पंडित दीनदयाल उपाध्याय के जन्मदिन पर उनकी प्रतिमा लगवाई थी और उसका नाम एकात्म मार्ग रखा था। साथ ही, पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर नवा रायपुर का नाम बदलकर नवा रायपुर अटल नगर कर दिया गया। भाजपा नेताओं को डर है कि कांग्रेस सरकार एकताम पथ और अटल नगर का राजनीतिकरण कर सकती है।
हालांकि सूत्रों का कहना है कि सरकार ने अभी नाम बदलने का कोई प्रस्ताव नहीं दिया है। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार के सत्ता में आने के बाद सात योजनाओं के नाम और एक पुरस्कार भाजपा नेताओं के नाम पर रखा गया है। 2000 में छत्तीसगढ़ के गठन के बाद, अजीत जोगी के नेतृत्व में राज्य में पहली कांग्रेस सरकार बनी थी। जोगी सरकार के जाने के बाद 2003 में सत्ता में आई भाजपा ने योजनाओं का नाम तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और राजीव गांधी के नाम पर रखा था।