राजस्थान में रह रहे 25000 पाकिस्तानी हिंदुओं को बिना आधार के कैसे लगेगा टीका ?
कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के लिए बनाई गई वैक्सीन ही एकमात्र सहारा है जो 16 जनवरी से देश में चल रहा है टीका लगवाने के लिए लोगों को आधार कार्ड की आवश्यकता पड़ती है ऐसे में अगर किसी के पास आधार कार्ड ना हो तो वह कैसे टिका लगवा पाएगा। हम बात कर रहे हैं, राजस्थान में रह रहे 25,000 पाकिस्तानी हिंदू ( Pakistani Hindus ) प्रवासियों के बारे में दरअसल इन प्रवासी हिंदुओं के पास आधार कार्ड ना होने के कारण कोरोना वैक्सीन लेना काफी मुश्किल होता जा रहा है ।
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आपकी जानकारी के लिए बता दें कि जोधपुर की करीब 24 से ज्यादा झुग्गियों में 90 फीसदी पाकिस्तानी प्रवासी रहते हैं लेकिन सरकारी दावे के उलट अभी तक न तो इनकी कोरोना जांच हुई है और न ही किसी तरह का इलाज इन्हें मुहैया कराया गया है। हाल ही में कुछ पाकिस्तानी प्रवासी कोरोना से संक्रमित पाए गए थे, जिसके बाद मेडिकल और स्वास्थ्य विभाग ने 24 झुग्गियों में घर-घर जाकर सर्वे किए जाने का आदेश दिया था, लेकिन टीकाकरण को लेकर अभी तक कोई फैसला नहीं लिया गया है।
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क्या कहते हैं आंकड़े ?
गृह विभाग द्वारा जारी किए गए आंकड़ों की माने तो करीब 22 हजार 146 पाकिस्तानी प्रवासी राजस्थान में लॉन्ग टर्म वीजा पर रहे हैं। पाकिस्तानी प्रवासियों के बुनियादी अधिकारों के लिए आवाज उठाने वाले सीमांत लोक संगठन का अनुमान है कि वीजा धारकों को मिलाकर राजस्थान में रह रहे पाकिस्तानी अल्पसंख्यक प्रवासियों की संख्या 25 हजार के आसपास होगी। मेडिकल डिपार्टमेंट के मुताबिक, करीब 17 हजार 180 पाकिस्तानी प्रवासी अकेले जोधपुर की 24 बस्तियों में रहते हैं।