अब मध्य प्रदेश की पर्यटन मंत्री के साथ सेल्फी लेने के लिए देना होगा ₹100, भीड़ से बचने के लिए किया यह ऐलान
मध्य प्रदेश की मंत्री उषा ठाकुर जहां जाती हैं, वहां उनके साथ सेल्फी लेने वालों की होड़ लग जाती है। इस चक्कर में उनका समय काफी खराब हो जाता है। ऐसे में उन्होंने इससे बचने के लिए एक रास्ता निकाला है।
भोपाल। मध्य प्रदेश के संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री उषा ठाकुर ने उनके साथ सेल्फी लेने वाले लोगों के इकट्ठा भीड़ से बचने के लिए एक अनोखा तरीका निकाला है। मध्य प्रदेश की मंत्री उषा ठाकुर जहां जाती हैं, वहां उनके साथ सेल्फी लेने वालों की होड़ लग जाती है। इस चक्कर में उनका समय काफी खराब हो जाता है। ऐसे में उन्होंने इससे बचने के लिए एक रास्ता निकाला है। उन्होंने बताया कि अगर किसी भी व्यक्ति को मंत्री के साथ फोटो लेनी है तो उसे ₹100 देने होंगे।
मीडिया से वार्ता में खंडवा में मंत्री उषा ठाकुर ने कहा कि सेल्फी से समय बहुत खराब होता है। लोगों की भीड़ लग जाती है और कई बार इस चक्कर में हम लेट भी हो जाते हैं। ऐसे में हमने यह विचार किया है जूती सेल्फी लेना चाहेगा वह ₹100 का शुल्क हमारे मंडल कार्य करने के कोषाध्यक्ष के पास जमा करा देगा जिससे यह राशि संगठन के काम आ सकेगी।
आपको बता दें कि बीते 5 महीने पहले पर्यटन मंत्री उषा ठाकुर के खिलाफ मामला दर्ज करने के लिए पुलिस को लिखित शिकायत करने वाला वन विभाग के उप रेंजर राम सुरेश दुबे को निलंबित किया गया था। सुरेश दुबे ऐसा आरोप लगा था कि उन्होंने जाली दस्तावेज के आधार पर अपनी पदोन्नति पाई थी।
इंदौर वन मंडल अधिकारी नरेंद्र पाण्ड्या ने रविवार को बताया, कर्मचारी मुकेश यादव ने राम सुरेश दुबे के खिलाफ लिखित शिकायत की थी कि उसने (दुबे) जाली दस्तावेज पेश किए हैं और वन रक्षक से डिप्टी रेंजर के पद पर पदोन्नति पाई है।
यह शिकायत कोरोना वायरस संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए लागू लॉकडाउन के दौरान आई, इसलिए इस आरोप की जांच करने में समय लगा। ये आरोप सही पाए गए थे, जिसके बाद उसे दो दिन पहले निलंबित किया गया था।
यह भी पढ़ें: Rajasthan: जोधपुर में दलित समाज के लोगों ने परिवार समेत अपनाया बौद्ध धर्म