जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल ने दिया इस्तीफा, मनोज सिन्हा को मिली उपराज्यपाल की जिम्मेदारी
जम्मू और कश्मीर के उपराज्यपाल गिरीश चंद्र मुर्मू ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। सूत्रों के अनुसार जीसी मुर्मू ने बुधवार शाम को केंद्र को अपना त्याग पत्र भेज दिया हैं। मुर्मू का इस्तीफा राष्ट्रपति ने स्वीकार कर लिया है,जीसी मुर्मू आज दिल्ली के लिए रवाना होंगे।
प्रधानमंत्री मोदी के खास थे मुर्मू
जीसी मुर्मू की गिनती भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खास अधिकारियों में होती रही है। जीसी मुर्मू ने 31 अक्टूबर, 2019 को जम्मू-कश्मीर के पहले एलजी के रूप में कार्यभार संभाला था।वह 1985 बैच के गुजरात कैडर के IAS अधिकारी हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब गुजरात के मुख्यमंत्री थे तो जीसी मुर्मू उनके प्रमुख सचिव थे।
धारा370 हटने की पहली सालगिरह पर दिया इस्तीफा
जम्मू और कश्मीर से धारा 370 हटे एक साल पूरे हो गए हैं। पिछले साल 5 अगस्त को जम्मू और कश्मीर से विशेष राज्य का दर्जा वापस लिया गया था। केंद्र की मोदी सरकार ने यहां से धारा 370 हटाने का फैसला लिया था। बता दें कि जम्मू और कश्मीर 31 अक्टूबर को केंद्र शासित प्रदेश बना। गिरीश चंद्र मुर्मू इसके पहले उपराज्यपाल बने।इसी बीच कल बुधवार शाम को अचानक जीसी मुर्मू के इस्तीफे की खबर आई थी।
जम्मू कश्मीर में एक बार फिर राजनीतिक एंट्री
एक बार फिर जम्मू-कश्मीर के उच्चस्थ पद पर राजनीतिक एंट्री हुई है। पूर्व केंद्रीय मंत्री और भारतीय जनता पार्टी के नेता मनोज सिन्हा अब जम्मू और कश्मीर के नए उपराज्यपाल होंगे। बुधवार शाम को गिरीश चंद्र मुर्मू ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। अब गुरुवार सुबह राष्ट्रपति भवन की ओर से मनोज सिन्हा की नियुक्ति का ऐलान किया गया है। इससे पहले जब जम्मू-कश्मीर पूर्ण राज्य था तब सत्यपाल मलिक यहां के राज्यपाल थे, लेकिन जब केंद्रशासित प्रदेश बना तो अधिकारी जीसी मुर्मू को भेजा गया।
कौन हैं मनोज सिन्हा?
मनोज सिन्हा की गिनती प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भरोसेमंद नेताओं में होती है। ऐसे में अब एक बार फिर केंद्र सरकार की ओर से मनोज सिन्हा को बड़ी जिम्मेदारी दी गई है। मनोज सिन्हा पूर्व में गाजीपुर से सांसद रहे हैं, और पूर्वी उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के बड़े चेहरे हैं। हालांकि, 2019 का लोकसभा चुनाव वो हार गए थे, जिसे एक बड़ा झटका माना गया था। मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में मनोज सिन्हा मंत्री रह चुके हैं और उनके पास रेलवे के राज्यमंत्री और संचार राज्यमंत्री का कार्यभार था। उत्तर प्रदेश के 2017 के विधानसभा चुनाव में मनोज सिन्हा मुख्यमंत्री पद की रेस में सबसे आगे थे। लेकिन पार्टी की ओर से योगी आदित्यनाथ को मुख्यमंत्री बनाया गया।