Madhya Pradesh: Vaccination के बाद भी जरूरी हैं मास्क व सोशल डिस्टेंसिंग
Madhya Pradesh: पर्यावरण में आक्सीजन की कमी को दूर करने के लिए हम सबको अधिक से ज्यादा पौधे लगाने चाहिए। गांव में आक्सीजन उगाई जाती है। शहरों में आक्सीजन सिलिंडर भरा जाता है। टीकाकरण को बढ़ावा देने के लिए हम लोगों को प्रोत्साहन स्वरूप पौधे दे रहे हैं, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग टीका लगवा लें। मैं अब तक सैकड़ों वैक्सीनेशन सेंटर पर हजारों पौधे बांट चुकी हूं। पद्मश्री जनक पलटा मगिलिगन ने ये बातें ‘सच के साथी, टीका के लिए हां’ विषय पर आयोजित जागरूकता वेबिनार में कहीं।
मीडिया की फैक्ट चेकिंग वेबसाइट विश्वास न्यूज द्वारा देश के अलग-अलग शहरों में कोरोना वायरस व वैक्सीन के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए ‘सच के साथी, वैक्सीन के लिए हां” आनलाइन मीडिया साक्षरता अभियान चलाया जा रहा है। सोमवार को इंदौर के नागरिकों के लिए आयोजित इस वेबिनार में शहर के लोगों से रूबरू होते हुए जनक पलटा ने कहा कि हम लगातार लोगों को वैक्सीन लगवाने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं।
मास्क लगाने से लेकर टीका लगवाने तक जागरूकता फैला रहे हैं। वैक्सीन लगाने के बाद भी हमें मास्क और सैनिटाइजेशन का ध्यान रखना है। मुझे कोरोना हुआ, उसके बाद भी भी मैं वाट्सएप और दूसरे सोशल मीडिया प्लेटफार्म के जरिए लोगों से सुरक्षित रहने की अपील करती रही। मेरे ऊपर लोगों का भरोसा है। मैं हमेशा लोगों से अपना उदाहरण देते हुए कहती हूं मैंने टीका की दोनों डोज लगवा ली है। मैं सुरक्षित हूं।
वेबिनार में एमजीए मेडिकल कालेज के श्वसनतंत्र विभाग के प्राध्यापक एवं विभागाध्यक्ष डा. सलिल भार्गव भी शामिल हुए। उन्होंने कहा कि वायरस अपना व्यवहार बदल सकता है या नहीं, हमें नहीं मालमू, लेकिन हम इंसानों को अपना व्यवहार बदलना होगा। शारीरिक दूरी और कोरोना वैक्सीन ही हमें बचा सकता है।
हमें कोई काम नहीं है तो घर से न निकलें। यही हमें बचा सकता है। जो भी वैक्सीन उपलब्ध है, उसे लगवा लें। सभी वैक्सीन प्रभावी हैं। याद रखें कि टीका लगावाने का मतलब यह नहीं है कि कोरोना नहीं होगा, बल्कि गंभीर लक्षण नहीं होगा।
एम्स दिल्ली के डा. अमरिंदर सिंह मल्ही ने कहा कि भारत में मौजूद सभी वैक्सीन, कोरोना के वर्तमान सभी स्वरूपों पर प्रभावी है। उन्होंने लोगों से जल्द से जल्द वैक्सीन लगवाने की अपील की। उन्होंने कहा कि भारत में मिल रही तीनों वैक्सीन प्रभावी हैं, इसलिए किसी खास वैक्सीन का इंतजार न करें। टीका के दोनों डोज लगने के कुछ दिन बाद ही एंटीबाडी बनती है, इसलिए लापरवाही न करें।
गौरतलब है कि देशभर में वैक्सीनेशन को बढ़ावा देने के लिए विश्वास न्यूज निरंतर मीडिया साक्षरता अभियान चला रहा है। अभियान का मकसद कोरोना वैक्सीन से जुड़े भ्रम को दूर करना और वैक्सीनेशन को बढ़ावा देना है। वेबिनार में स्वास्थ्य विशेषज्ञ कोरोना वैक्सीन के प्रति लोगों को जागरूक करते हैं।
वहीं, विश्वास न्यूज के प्रशिक्षित फैक्ट चेकर्स लोगों को महामारी के दौरान गलत सूचनाओं की पहचान करने और उससे बचाव के तरीकों के बारे में विस्तार से जानकारी देते हैं। विश्वास न्यूज द्वारा लोगों को फेक न्यूज की पहचान के तरीकों और इसके लिए आनलाइन उपलब्ध टूल्स के बारे में सूचना दी जाती है।
IFCN वैक्सीन ग्रांट प्रोग्राम के तहत विश्वास न्यूज देश के 12 बड़े शहरों के लिए ‘सच के साथी, वैक्सीन के लिए हां’ जागरूकता अभियान आयोजित कर रहा है। कानपुर, वाराणसी, गोरखपुर, मेरठ, आगरा, पटना, मुजफ्फरपुर, रांची, जमशेदपुर, इंदौर और भोपाल के नागरिकों के लिए ऐसे ही वेबिनार का आयोजन किया जा रहा है।