
Madhya Pradesh: ग्वालियर-चंबल, उज्जैन, इंदौर और भोपाल में बारिश के आसार
Madhya Pradesh: मानसून ट्रफ (Mansoon Truf) अपनी सामान्य स्थिति में आ गया है। मध्यप्रदेश के मध्य से भी एक अन्य ट्रफ तमिलनाडू तक बना हुआ है। अब हवा का रुख भी दक्षिण-पश्चिमी हो गया है।
मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) में इस वजह से मिल रही नमी से राज्य में बादल छाने लगे हैं। साथ ही कई जगहों पर गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ने लगी हैं। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक सोमवार से 3-4 दिन तक राज्य में रुक-रुककर बारिश का सिलसिला शुरू होने के आसार हैं।
इस दौरान मध्यप्रदेश में कहीं-कहीं तेज बौछारें भी पड़ सकती हैं। वहीं महाकोशल-विंध्य के कई जिलों में जमकर बादल बरसे उधर, रविवार को राजधानी भोपाल में कहीं-कहीं बौछारें पड़ीं। इसके अलावा रविवार सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक सतना में 49, रायसेन में 29, इंदौर में 9.8, पचमढ़ी में नौ, जबलपुर में 8.2, दमोह और खरगोन में सात, नरसिंहपुर और गुना में छह, धार में चार, बैतूल और सागर में दो मिलीमीटर बरसात हुई।
सोमवार-मंगलवार को होशंगाबाद, ग्वालियर, एवं चंबल संभाग के जिलों में तेज बौछारें पड़ने के आसार हैं। सागर, रीवा, जबलपुर, शहडोल, उज्जैन, इंदौर, भोपाल संभाग के जिलों में भी कहीं -कहीं गरज-चमक के साथ बरसात होने की आशंका है।
मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के अनुसार रविवार को राजधानी में अधिकतम तापमान 35.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। यह सामान्य से पांच डिग्री से. ज्यादा रहा। साथ ही शनिवार के अधिकतम तापमान (35.3 डिग्रीसे.) की तुलना में एक डिग्रीसे. कम रहा। मौसम विज्ञानी जेपी विश्वकर्मा ने बताया कि हवा के साथ लगातार मिल रही नमी से बादल छाने लगे हैं। बादलों के कारण अधिकतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई है।
मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि मानसून ट्रफ सामान्य स्थिति में आ गया है। वर्तमान में वह राजस्थान से उत्तरप्रदेश होते हुए नगालैंड तक जा रहा है। इसका एक छोर सोमवार को बंगाल की खाड़ी में पहुंच सकता है।
इससे बारिश की गतिविधियां और बढ़ेंगी। उधर, 23 जुलाई को बंगाल की खाड़ी में बनने जा रहे कम दबाव के क्षेत्र के असर से सोमवार से 3-4 दिन तक प्रदेश के विभिन्ना जिलों में बरसात का सिलसिला बना रह सकता है।