
Madhya Pradesh: सावन के पहले सोमवार पर महाकाल दर्शन करने पहुंचे मुख्यमंत्री शिवराज
Madhya Pradesh: सावन के पहले सोमवार पर सीएम शिवराजसिंह चौहान महाकाल दर्शन करने सपरिवार उज्जैन आए। मंदिर में पूजन करने बाद वे भोपाल के लिए रवाना होंगे। सीएम चौहान हेलीकाप्टर से उज्जैन आने वाले थे, मगर मौसम खराब होने के कारण उनके तय कार्यक्रम में बदलाव हुआ। वे कार से उज्जैन आए।
मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) के उज्जैन पहुंचने पर भाजपा नेताओं ने उनका स्वागत किया। सीएम कहीं रुके नहीं और सीधे महाकाल मंदिर पहुंचे। यहां लघुरुद्र अनुष्ठान में शामिल हुए।
बता दें कि श्रावण सोमवार पर सीएम चौहान उज्जैन आते रहे हैं। बीते वर्ष उनकी पत्नी साधना सिंह हर श्रावण सोमवार पर उज्जैन बाबा महाकाल के दर्शन करने आईं थीं। कोरोना काल से पहले मुख्यमंत्री महाकाल की सवारी में भी शामिल होते रहे हैं।
चार बजे निकलेगी सवारी
श्रावण के पहले सोमवार पर शाम चार बजे बाबा महाकाल की सवारी निकलेगी। चांदी की पालकी में भगवान मनमहेश रूप में दर्शन देंगे। कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए भक्तों को सवारी में प्रवेश नहीं दिया जाएगा। रामघाट पर परंपरागत पूजन के बाद सवारी फिर से मंदिर लौटेगी। इसके बाद शाम सात से रात 9 बजे तक दर्शन का सिलसिला चलेगा।
गौतमपुरा से 6 किलोमीटर दूर इंदौर जिले की देपालपुर तहसील के आखिरी गांव बहरामपुर एवं उज्जैन जिले के आखिरी गांव नरसिंगा दोनों जिलों की सीमा के बीच से निकला पीर झलार बडनघर रोड पर चंबल नदी निकली हुई है।
इस नदी में बीचोबीच भोलेनाथ के शिवलिंग की स्थापना बरसों पहले से है। इस शिवलिंग की खासियत है कि सदियों से नदी में आ रही भयानक बाढ़ में भी आज तक कभी शिवलिंग हिल नहीं पाया। चंबल नदी पर पहले पुल नहीं बना हुआ था इसलिए इस मार्ग पर कोई आवागमन नहीं हो रहा था।