
उत्तराखंड : ऋषिकेश-बदरीनाथ राजमार्ग खांकरा के समीप अवरुद्ध, यहां वस्तुओं की सप्लाई भी ठप
उत्तराखंड में अगले तीन दिनों तक मैदान से लेकर पहाड़ तक झमाझम बारिश के आसार हैं। वहीं सोमवार तड़के ऋषिकेश-बदरीनाथ राजमार्ग खांकरा के समीप अवरुद्ध हो गया है। मार्ग खोलने का काम जारी है। हाईवे बंद होने से रुद्रप्रयाग एवं चमोली जिले में जरूरी वस्तुओं की सप्लाई भी ठप हो गई है। फिलहाल देहरादून में मौसम साफ है। हल्द्वानी में आज सुबह हल्की बारिश हुई है।
भारी बारिश के साथ आकाशीय बिजली गिरने की भी संभावना
मौसम विज्ञानियों के मुताबिक देहरादून, बागेश्वर, नैनीताल और पिथौरागढ़ जैसे जिलों में भारी बारिश के साथ आकाशीय बिजली गिरने की भी संभावना है। वहीं, पर्वतीय क्षेत्रों में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना जताई गई है।

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पहाड़ से लेकर मैदान तक जहां भारी बारिश की उम्मीद
मौसम विज्ञानियों का यह भी कहना है कि पहाड़ से लेकर मैदान तक जहां भारी बारिश की उम्मीद है, वहीं मैदानी क्षेत्रों में 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं भी चलेंगी। पहाड़ों के अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फ भी गिर सकती है।
उत्तराखंड समेत कई पर्वतीय राज्यों में मौसम का मिजाज बदला
मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ मौसम विज्ञानी डॉ. रोहित थपलियाल के मुताबिक इन दिनों अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से लगातार नम हवाओं का आना जारी है, जिसके चलते उत्तराखंड समेत कई पर्वतीय राज्यों में मौसम का मिजाज बदला हुआ है। अगले तीन दिनों तक पहाड़ से लेकर मैदान तक बारिश देखने को मिलेगी, जिसका असर गर्मी पर भी पड़ेगा।
ओलावृष्टि से फसलें बर्बाद, किसानों ने चलाया ट्रैक्टर
पर्वतीय क्षेत्रों के किसान कोरोना महामारी के साथ ओलावृष्टि और बारिश की मार झेलने को मजबूर हैं। ओलावृष्टि और बारिश से फसलों के बर्बाद होने से किसानों को अब रोजीरोटी की चिंता सताने लगी है।
भीमताल ब्लॉक की ग्राम पंचायत अलचौना सब्जी के उत्पादन के लिए जानी जाती है। ओलावृष्टि से परेशान अलचौना के किसान खेतों में लगी टमाटर और शिमला मिर्च के बर्बाद होने से अब उन फसलों में ट्रैक्टर चलाकर मक्का, चरी और बाजरा बोने को मजबूर हैं।
प्रगतिशील किसान आनंदमणि भट्ट ने बताया कि इस साल कोरोना के चलते किसान पहले ही परेशान थे, लेकिन बीते दिनों हुई ओलावृष्टि और बारिश से खेतों में लगे शिमला मिर्च और टमाटर के पौधे नष्ट हो गए। इसके चलते किसान बेहद परेशान हैं और मजबूर होकर उन्हें खराब फसलों में ट्रैक्टर चलाकर मक्का, चरी और बाजरा बोने को मजबूर होना पड़ रहा है।
भट्ट ने बताया कि किसानों को आजीविका और रोजी रोटी की चिंता सता रही है। उन्होंने बताया कि 95 प्रतिशत फसलें बर्बाद हो गई है। क्षेत्र के किसान शिवराज सिंह अलचौनी, ललित कुमार, जर्नादन भट्ट, चंद्र बल्लभ, अंबा दत्त तिवारी, गिरीश उप्रेती, गिरीश तिवारी, गोपाल तिवारी, मोहन जोशी, राकेश शर्मा, शिवदत्त भट्ट, हरीनंदन भट्ट ने सर्व कराकर किसानों को उचित मुआवजा दिलाने की मांग जिला उद्यान अधिकारी से की है।
भारी बारिश के साथ आकाशीय बिजली गिरने की भी संभावना
मौसम विज्ञानियों के मुताबिक देहरादून, बागेश्वर, नैनीताल और पिथौरागढ़ जैसे जिलों में भारी बारिश के साथ आकाशीय बिजली गिरने की भी संभावना है। वहीं, पर्वतीय क्षेत्रों में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना जताई गई है।