
कर्नाटक : नाराज विधान पार्षद ने लगाया 21 करोड़ के घोटाले का आरोप, सीएम येदियुरप्पा बोले
कर्नाटक की राजनीति में हलचल देखने को मिल रही है इसका कारण यह है कि भारतीय जनता पार्टी में आपसी कलह चल रही है, सरकार से विधान पार्षद नाराज हो गए हैं जिसके चलते उन्होंने मुख्यमंत्री के बेटे पर 21,473 करोड़ के घोटाले का आरोप तक लगा दिया है। दूसरी तरफ राज्य के मुख्यमंत्री येदियुरप्पा को हटाने की मांग जोर पकड़ती जा रही है। राज्य के मुख्यमंत्री येदियुरप्पा ने शुक्रार को साफ किया कि इसमें किसी तरह का कोई राजनीतिक कन्फ्यूजन नहीं है.
यह भी पढ़े : यूपी विधानसभा चुनाव 2022 की तैयारी में जुटी समाजवादी पार्टी, जारी किया वीडियो

मुख्यमंत्री येदियुरप्पा ने कहा कि एक या दो लोग मीडिया से बोलते हैं जिसे बढ़ा चढ़ाकर मीडिया में दिखाया जाता है उन्होंने यह भी कहा कि लोग शुरुआत से ही ऐसा कर रहे हैं यहां तक कि भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रभारी अरुण सिंह ने भी उनसे मुलाकात नहीं की है ऐसे में कोई कंफ्यूजन नहीं है कोई कैबिनेट के सदस्य दुखी नहीं है।
शक का करेंगे निवारण
मुख्यमंत्री येदियुरप्पा ने कहा कि यदि कोई ऐसा मुद्दा है अभी तो उस पर वह चर्चा करेंगे इसके साथ ही दो तीन सदस्यों को शक भी है तो उनके शक का निवारण किया जाएगा। मैं भारतीय जनता पार्टी विधान पार्षद विश्वासघात के ऊपर प्रतिक्रिया नहीं देना चाहता हूं हमारा हाईकमान उनके खिलाफ फैसला करेगा इससे पहले कर्नाटक में भारतीय जनता पार्टी में कल है बढ़ने और मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा को हटाने की अटकलों के बीच राज्य के लिए पार्टी के प्रभारी राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह ने गुरुवार को विधायकों से अलग-अलग मुलाकात ए भी की थी।
मुख्यमंत्री येदियुरप्पा ने कहा कि कि अगर कोई मुद्दा है तो हम उस पर चर्चा करेंगे और 2-3 सदस्यों को शक का निवारण करेंगे. मैं बीजेपी विधान पार्षद एएच विश्वनाथ के ऊपर प्रतिक्रिया नहीं देना चाहता हूं. हमारा हाईकमान उनके खिलाफ फैसला करेगा. इससे पहले, कर्नाटक में भाजपा में कलह बढ़ने और मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा को हटाने की अटकलों के बीच प्रदेश के लिए पार्टी के प्रभारी राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह ने गुरुवार को विधायकों से अलग-अलग मुलाकात की.
मुख्यमंत्री बदलने की हो रही मांग
सियासी मामला इतने उबाल पर है कि कर्नाटक में भारतीय जनता पार्टी के पार्षद खुद मुख्यमंत्री को बदलने की बात कर रहे हैं दर्शन विधान पार्षद एएच विश्वनाथ ने सरेआम मुख्यमंत्री को हटाने की मांग कर दी और मुख्यमंत्री के छोटे बेटे विवाह विजयेंद्र पर भ्रष्टाचार और प्रशासन में दखल देने का आरोप तक लगा दिया इस पर प्रदेश के मुख्यमंत्री के राजनीतिक सचिव एमपी रेणुकाचार्य और एसआर विश्वनाथ ने तीखी प्रतिक्रिया दी वही. बी वाई विजयेंद्र भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष हैं. विधायक अरविंद बेल्लाड के फोन टैप कराने संबंधी बयान भी भाजपा के लिए शर्मिंदगी का सबब बन गए हैं.
यह भी पढ़े : ट्विटर को नियंत्रित नहीं कर सके तो अब उसे प्रभावहीन करने के प्रयास में हैं : ममता बनर्जी
वही प्रदेश भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रभारी महासचिव अरुण सिंह अन्य विधायकों से मुलाकात कर रहे हैं ताकि मुद्दे को जल्द से जल्द सुलझाया जा सके सिंह ने कहा ‘‘महज दो या तीन लोग लाखों कार्यकर्ताओं को चोट पहुंचा रहे हैं और पार्टी की छवि को नुकसान हो रहा है…हम इस पर नजर रख रहे हैं, हम उनके साथ बात करेंगे और अगर चीजें जारी रहेंगी तो जरूरी होगा वह करेंगे. क्या करना है, इस बारे में मीडिया के सामने बताने की जरूरत नहीं है.’’