
राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने रखा अपना पक्ष, खरीद-फरोख्त का दिया ब्यौरा
श्री राम जन्मभूमि खरीद विवाद में घिरे तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने राम मंदिर विस्तार के लिए खरीदी गई पूरी जमीन का ब्यौरा अपने ऑफिसियल वेबसाइट पर अपलोड कर दिया है. दरअसल, पिछले कुछ दिनों से पूरे देश के लोग राम मंदिर ट्रस्ट पर लग रहे जमीन खरीद में घोटाले के आरोप की हकीकत जानना चाहते थे. अब ट्रस्ट ने अपनी ऑफिसियल वेबसाइट पर जमीन खरीद का सारा ब्यौरा अपलोड कर दिया है ।
तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से दावा किया गया है कि राम मंदिर के लिए खरीदी गई जमीन को पूर्ण रूप से पारदर्शिता के साथ खरीदा गया है, इसमें सभी तरीके के कर चुकाए गए हैं और पूरा पैसा खातें में ट्रांजैक्शन किया गया है. बता दें कि विपक्ष सत्ताधारी दल पर राम मंदिर ट्रस्ट के द्वारा खरीदी गई जमीन को लेकर राम जन्म भूमि ट्रस्ट पर लगातार गंभीर आरोप लगा रहा था. जिसके बाद जमीन विवाद पर राम मंदिर आंदोलन से जुड़े हुए संत और प्रतिष्ठित संतों ने निष्पक्ष जांच की मांग की थी. श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने अपनी वेबसाइट पर जमीन खरीदने की पूरी प्रक्रिया को अपलोड कर अपना पक्ष साफ किया है.
राम मंदिर ट्रस्ट का दावा
ट्रस्ट ने दावा किया है कि बाग बिसेसर में 1.2080 हेक्टेयर यानि 100 बीघा जमीन 1423 रुपए प्रति स्क्वायर फीट की दर से कांट्रैक्ट किया गया, जो मार्केट वैल्यू से कम है. जमीन को लेकर ट्रस्ट ने साफ किया है कि जिससे यह जमीन खरीदी गई है, उस व्यक्ति का कांट्रैक्ट 2011 से ही उक्त जमीन पर चल रहा था. जमीन के लोकेशन को लेकर ट्रस्ट जमीन खरीदने की बात तय की थी. 242 गाटा संख्या में जिस जमीन पर चर्चा की गई थी, उस पर 3 मुस्लिम समेत नौ लोगों का एग्रीमेंट चल रहा था. सभी से वार्ता कर सहमति लेने के बाद पूर्ण पारदर्शिता के साथ जमीन खरीदी गई, जिसमें 17 करोड़ रुपया करार किए हुए व्यक्तियों के खातों में आरटीजीएस किया गया. राम मंदिर ट्रस्ट ने 4 प्लाट मंदिर और आश्रम को मिलाकर पहले भी खरीद चुका है और आगे भी इस प्रक्रिया को किया जाना है. सब कुछ विधि सम्मत है. ट्रस्ट ने वेबसाइट पर 2011 से और अब तक हुए अनुबंध का पूरा ब्यौरा भी प्रस्तुत किया है.