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IIT कानपुर ने अमरीकी कंपनी के साथ स्टार्टअप का किया समझौता, निम्न आय वर्ग को होगा फायदा !
आइआइटी कानपुर की स्टार्टअप कंपनी ने निम्न आय वर्ग की आर्थिक स्थिति को सुधारने के लिए अमेरिकी कंपनी के साथ किया समझौता। आने वाले पांच साल में देश में 500 मिलियन श्रमिकों के जीवन को सुधारने का साधा लक्ष्य।
IIT कानपुर की स्टार्टअप कंपनी वर्कर यूनियन सपोर्ट का अमेरिका की कंपनी ग्लोबल एलायंस फॉर ए सस्टेनेबल प्लैनेट के साथ करार हुआ है। इस करार से निम्न आय के समूह में आने वाले लोगों की आर्थिक स्थिति में सुधार करने का एक स्टार्टअप शुरू होगा। बात दें, इस करार में यह दोनों मिलकर पर्यावरण के साथ ही सामाजिक क्षेत्र में काम करेंगे, जिससे जीडीपी में वृद्धि हो सकेगी।
वर्कर यूनियन सपोर्ट के सीईओ प्रसून शर्मा ने मीडिया से वार्ता में बताया कि इस एमओयू पर अमेरीका के नैस्डैक एंटरप्रेन्योरियल सेंटर में मीलस्टोन मेकर्स कॉहोट्र्स 2021 कार्यक्रम के दौरान हस्ताक्षर हुआ था। इस कार्यक्रम में मौजूद 13 कंपनियों में से भारत से एकमात्र वर्कर यूनियन सपोर्ट को ही यह मौका दिया गया।
इस एमओयू पर हस्ताक्षर के बाद दोनों कंपनियां हरित क्रांति के क्षेत्र में काम करेंगी। ग्रीन फ्यूल को बढ़ावा दिया जाएगा, जिससे पर्यावरण में संतुलन भी बना रहे और आर्थिक बचत भी हो सकेगा। इस योजना के तहत एक डिजिटल कार्यकर्ता समुदाय का निर्माण किया जा रहा है, जहां कार्यकर्ता एक दूसरे की मदद करने के लिए अपने समुदाय के बीच अपने सुझाव और शिकायतों को रख सकेंगे।
प्रसून ने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए बताया कि डब्ल्यूयूएस कम-आय वर्ग के लिए शिकायत निवारण प्रदान करने, अधिकारों और विशेषाधिकार सेवाओं, सूक्ष्म-वित्तपोषण, कौशल विकास पाठ्यक्रम आदि पर ध्यान केंद्रित करेगा। इस योजना के तहत हमने पांच साल में देश में 500 मिलियन और वैश्विक स्तर पर 3.3 बिलियन श्रमिकों के जीवन को सुधारने का लक्ष्य निर्धारित किया है।