
Type-2 Diabetes का जोखिम कम करना है, तो शुरू करें फलों और सब्ज़ियां का सेवन
मधुमेह (Diabetes) एक ऐसी बीमारी है जिसके मामले लगातार तेज़ी से न केवल विश्व में बल्कि भारत में भी बढ़ रहे हैं। यह एक ऐसी बिमारी है जो लाइलाज है । इसे सिर्फ दिनचर्या में बदलाव और दवाइयों की मदद से ही काबू किया जा सकता है। ऐसे में इस रोग से बचाने में हमारी डाइट एक मुख्य भूमिका अदा कर सकती है।
हालांकि, फल और सब्ज़ियां खाने से क्या यही फायदा टाइप-2 डायबिटीज़ (Diabetes)को रोकने में भी मिल सकता है? आपने कई बार सुना होगा कि अच्छी सेहत क लिए डाइट में ताज़ा फ्रूट और सब्ज़ियों को अवश्य शामिल करना चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि रोज़ाना ताज़ा फल और सब्ज़ियां खाने से दिल की बीमारी और कई तरह के कैंसर का खतरा कम हो जाता है।
फल और सब्ज़ियों से फायदा
अभी तक हुई शोध में पाए गए सबूत अस्थिर हैं, ऐसा इसलिए क्योंकी ज़्यादातर केसों में प्रतिभागियों से पूछा जाता है कि वह याद करके बताएं कि उन्होंने क्या खाया- जो अक्सर 100% सही नहीं होता। हालांकि, कुछ समय पहले हुई एक शोध में ये साफ हुआ कि जो लोग रोज़ाना अधिक फल और सब्ज़ियां खाते हैं, उनमें फल-सब्ज़ियां कम खाने वालों की तुलना में टाइप-2 डायबिटीज के विकसित होने का जोखिम आधा हो जाता है।
रिसर्च में क्या पाया
रिसर्च से पता चला कि स्वस्थ आहार के माध्यम से टाइप-2 मधुमेह को रोका जा सकता है, इसलिए हम जानना चाहते थे कि फल और सब्ज़ियां खाना कितना महत्वपूर्ण है। हमने दुनिया का सबसे बड़ा अध्ययन किया, जिसमें फलों और सब्ज़ियों को खाने पर शरीर में विटामिन के ब्लड लेवल में क्या फर्क आता है इसे मापा गया।
इस रिसर्च के लिए 3 लाख से ज़्यादा लोगों के एक ग्रुप पर शोध किया गया। इस दौरान खासतौर से 10,000 लोगों में बायोमार्कर का अध्ययन किया गया, जिन्होंने अनुवर्ती के दौरान टाइप-2 डायबिटीज़ विकसित किया और 13,500 लोगों के साथ उनकी तुलना की, जिन्हें टाइप-2 डायबिटीज़ नहीं हुई।
रिसर्च में पाया कि बायोमार्कर स्कोर स्तर जितना अधिक होगा, भविष्य के टाइप-2 मधुमेह का ख़तरा भी उतना ही कम होगा। हमने यह भी पाया कि रोज़ाना लगभग 66 ग्राम फल और सब्ज़ियां खाने से टाइप-2 डायबिटीज़ का ख़तरा एक चौथाई कम हो सकता है।
क्या खाएं?
डाइट में आप एक बार में 7 चेरी टमाटर, दो ब्रॉकली के टुकड़े या एक केला शामिल कर सकते हैं। ये कोई नई बात नहीं है कि अच्छी सेहत बनाए रखने के लिए फल और सब्ज़ियां का सेवन ज़रूर करना चाहिए। यह जानते हुए भी ज़्यादातर लोग इनका सही मात्रा में सेवन नहीं करते हैं। इस शोध में देखा गया कि अगर आप अपनी डाइट में फलों और सब्ज़ियों की मात्रा थोड़ी-सी भी बढ़ाते हैं, तो टाइप-2 मधुमेह का ख़तरा काफी हद तक कम किया जा सकता है।
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