
33 दिन के लॉकडाउन में बिहार को मिली सफलता,1% से भी नीचे पहुंचा संक्रमण का दर
बीते कुछ महीनों पहले बिहार में संक्रमण के हालात काफी बेकाबू हो गए थे आपको बता दें कि कोरोना वायरस संक्रमण के मामले अप्रैल की आखरी में काफी तेजी से बढ़ रहे थे हालांकि अब बिहार में संक्रमण के मामले कम होते दिख रहे हैं . बिहार में लॉकडाउन की अवधि भले ही बढ़ा दी गई हो लेकिन जल्द लॉकडाउन पूरी तरह खुल जाने के आसार लग रहे हैं.

बिहार की नीतीश सरकार द्वारा संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए लगाए गए लॉकडाउन में सरकार को बड़ी सफलता हाथ लगी है दरअसल 33 दिनों बाद रविवार को संक्रमण दर 1 फीसद के भी नीचे (0.84) पहुंच गया. जैसे-जैसे लॉकडाउन आगे बढ़ता जा रहा है संक्रमण की दर कम होती जा रही है. बिहार के नीतीश सरकार ने दूसरी लहर को नियंत्रण करने के लिए पहली बार 5 से 15 मई तक लॉकडाउन लगाने की शुरुआत की थी 5 मई को प्रदेश में 14836 नए मरीज पाए गए थे, और उस वक्त संक्रमण की दर 15% से भी अधिक थी.
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सरकार द्वारा उसके बाद लॉकडाउन फिर बढ़ाया गया जो 16 से 25 मई तक बड़ा था 16 मई को संक्रमण का कहर कम हुआ था और 6894 मामले दर्ज किए गए थे जबकि 120271 सैंपल की जांच की गई थी. राज्य में लॉकडाउन-3 लागू होने के दिन 26 मई को संक्रमण दर दो फीसदी से नीचे 1.97% हो गयी। उस दिन 2603 मरीज मिले थे। 131916 सैम्पल की जांच की गई। 26 मई से 01 जून तक तीसरे लॉकडाउन को लागू किया गया था। इसके बाद, 2 से 8 जून तक थोड़ी छूट संग लॉकडाउन-4 को लागू किया गया है.