
आंदोलनकारियों के काले दिवस के चलते दिल्ली में कड़ी सुरक्षा
दिल्ली : देश में बीते साल कई अहम आंदोलन हुए जिसमें एक किसान आंदोलन 2021 तक चलता रहा हालांकि कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर के चलते आंदोलन को हल्का करना पड़ा वहीं यूपी गेट पर काला दिवस मनाने के दौरान भाकियू के राष्ट्र प्रवक्ता राकेश टिकैत ने मंच से किसानों को संबोधित किया.
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किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि आंदोलन को 6 महीने पूरे हो चुके हैं यह 6 महीने में भी सरकार किसानों से बात नहीं करती तो इसका मतलब यह है कि आंदोलन और लंबा चलेगा उन्होंने बताया कि किसान कभी भी सरकार के पुतले फूंकने में विश्वास नहीं रखता था मगर अब सरकार ने मजबूर कर दिया है काला दिवस के दिन यूपी बॉर्डर पर ही नहीं बल्कि पूरे देश में काले झंडे लगाकर विरोध हो रहा है.
बीमारी बड़ी है या कानून बड़े हैं
प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर को गिरते हुए कहा कि बीमारी बड़ी है या कानून बने हैं यदि बीमारी बड़ी है तो सरकार कानूनों को रद्द कर किसानों को उनके घर वापस जाने दे मगर को रोना तो एक बहाना है जिससे यह कानून बने रहे देश में लूट होती रहे उन्होंने यह भी कहा कि आंदोलन लंबा चलने के लिए भाकियू रणनीति बना रही है.
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गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों ने फूंका पुतला
गाजीपुर और गाजियाबाद बॉर्डर पर भी किसानों ने काला दिवस मनाया। इस दौरान उन्होंने केंद्र सरकार का पुतला भी फूंका।