
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में आगामी 2022 के विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव अब भवन में फंसते नजर आ रहे हैं। यही वजह है कि प्रगतिशील समाजवादी पार्टी की छठे और सातवें चरण की सामाजिक परिवर्तन रथ यात्रा स्थगित कर दी गई। इतना ही नहीं दूसरे दलों से मिल रहे ऑफर को भी शिवपाल ने एक किनारे कर दिया है। क्योंकि शिवपाल ने अब अपना पूरा ध्यान सपा पर केंद्रित कर रखा है इसी बीच उन्होंने समाजवादी पार्टी से गठबंधन या विलय का फैसला समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव पर छोड़ दिया है। शिवपाल सिंह ने कहा कि नेताजी के जन्मदिन पर प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के भविष्य का फैसला उन्हीं को करना है।
गौरतलब है कि शिवपाल सिंह यादव सामाजिक परिवर्तन रथ यात्रा के चार चरण की यात्रा बेटे आदित्य के साथ मिलकर निकल चुके हैं। यात्रा का पांचवा चरण कल पूरा हो रहा है वही छठवां चरण 17 नवंबर तथा सातवां चरण 24 नवंबर से शुरू होना था लेकिन इसे स्थगित कर दिया गया है।
खास बात यह है कि सैफई परिवार में दखल रखने वालों का कहना है कि मुलायम सिंह की सेहत का हवाला देकर परिवार के वरिष्ठ सदस्यों ने दोनों से बात की है। ऐसे में ऐसे में छुपा लिया कतई नहीं चाहते कि अखिलेश के मुख्यमंत्री बनने की राह में कोई रोड़ा बने इसलिए भी हर स्तर पर दरियादिली दिखा रहे हैं इसलिए उन्होंने भविष्य का फैसला नेताजी पर छोड़ रखा है।
शुरुआत से ही तीखे तेवर में दिखे थे शिवपाल
बता दें कि सामाजिक परिवर्तन यात्रा की शुरुआत में शिवपाल यादव तीखे तेवर में दिखे थे। मैं हमेशा से सपा से गठबंधन को तैयार है लेकिन सम्मान की दुहाई देकर कई बार वह तल्खी भी हुए इतना ही नहीं उन्होंने रामायण का भी कई बार जिक्र करते हुए कहा कि धर्म धर्म का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि अब रण होगा।