
जब तक मांगे पूरी नहीं की जातीं तब तक आंदोलन जारी रहेगा: ग्राम प्रधान संगठन
ग्राम प्रधान संगठन का आज चौथे दिन भी धरना प्रदर्शन रहा जारी। संगठन ने अधिकारियों पर लगाए आरोप। जल जीवन मिशन के काम के लिए जल संस्थान के अधिकारी करते हैं आनाकानी
पिथौड़ागढ़। रविवार को चौथे दिन भी ग्राम प्रधानों का धरना-प्रदर्शन ग्राम प्रधान संगठन के बैनर तले जारी रहेगा। इस मामले में संगठन का कहना है कि जब तक मांगे पूरी नहीं की जातीं तब तक आंदोलन जारी रहेगा। संगठन ने बताया कि विधायक निधि से गांवों में काम नहीं हो रहे। अधिकांश विधायकों का कहना है कि कोरोना बचाव में निधि का बड़ा हिस्सा चला गया। मनरेगा का बजट कम होने की वजह से लंबे समय तक भुगतान नहीं हो पा रहा है।
ऐसे में गांव में विकास कार्यों को लेकर दिक्कत आ रही है। अपनी 12 सूत्री मांगों को लेकर गुरुवार से ग्राम प्रधान संगठन अध्यक्ष रुक्मिणी नेगी के नेतृत्व में ब्लॉक कार्यालय के बाहर धरना पर बैठे हुए है। ग्राम प्रधान हरेंद्र असगोला ने मीडिया से वार्ता में कहा कि जल जीवन मिशन के काम के लिए जल संस्थान के अधिकारी आनाकानी करते हैं, जबकि सत्ताधारी दल के कार्यकर्ताओं के कहने पर नए कनेक्शन हो जाते हैं।
हर जगह चहेतों की सुनी जा रही है। ऐसे में ग्राम प्रधानों का महत्व घटेगा। पिछले साल मार्च में शुरू हुए कोरोना काल की वजह से बड़ा संकट खड़ा हो गया है। सरकार को 73वें संविधान संशोधन के नियमों को लागू कर 29 विभाग पंचायतों को ट्रांसफर करने चाहिए, ताकि ग्राम प्रधान क्षमता के हिसाब से इन महकमों से गांव के लिए कुछ काम करा सकें।
आपको बता दें कि इस धरना प्रदर्शन में संगठन के जिला महामंत्री मनीष आर्य, पूर्व जिलाध्यक्ष कुंदन बोरा, ग्राम प्रधान चित्रा बिष्ट, अर्जुन बिष्ट, नीरज रैक्वाल, प्रकाश पांडे, बालम सिंह बिष्ट आदि शामिल थे।
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