
CM Shivraj ने सीधी पेशाब कांड पीड़ित की जगह धोए दूसरे शख्स के पैर? जानिए क्या है पूरी सच्चाई
कांग्रेस ने ट्वीट कर साधा निशाना, कहा- मध्य प्रदेश की जनता आपको माफ नहीं करेगी
सीधी/भोपाल: मध्य प्रदेश के सीधी जिले में हुए पेशाब कांड को लेकर शुरू हुई सियासत थमने का नाम नहीं ले रही है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पीड़ित दशमत रावत के पैर धोकर डैमेज कंट्रोल किया, लेकिन अब वाद-विवाद ‘असली और नकली पीड़ित’ को लेकर शुरू हो गया है।
विपक्षी दलों से लेकर सोशल मीडिया यूजर्स दावा कर रहे हैं कि मुख्यमंत्री शिवराज से मिलवाने पीड़ित की जगह किसी दूसरे शख्स को भोपाल ले जाया गया। यह दावे दशमत रावत के हुलिया, कद-काठी और भाव-भंगिमाओं के आधार पर किए जा रहे हैं। उधर, इस अफवाह का सूबे की सरकार ने खंडन किया है।
एसपी-कलेक्टर ने किया अफवाहों का खंडन
दरअसल, रविवार को मध्य प्रदेश कांग्रेस ने दावा करते हुए एक ट्वीट किया और लिखा- ”सीधी पेशाब कांड में बड़ा खुलासा, शिवराज ने किसी और के पांव धोने की नौटंकी की, असली पीड़ित लापता हैं क्या? शिवराज जी, इतना बड़ा षड्यन्त्र? मध्य प्रदेश आपको माफ नहीं करेगा।” इस मामले को लेकर सीधी के पुलिस अधीक्षक रविंद्र कुमार वर्मा ने जवाब दिया और इन अफवाहों का खंडन किया।
एसपी रविंद्र कुमान वर्मा ने बताया कि मुख्यमंत्री आवास में कुबरी गांव में हुई अपमानजनक घटना के पीड़ित यानी दशमत रावत को ही ले जाकर सम्मान दिलाया गया था। वहीं, जिला कलेक्टर साकेत मालवीय ने भी कहा कि वायरल वीडियो मामले में कतिपय कुछ न्यूज चैनल्स, मीडिया ग्रुप्स में यह भ्रामक खबर चलाई जा रही हैं कि वीडियो में दिख रहा पीड़ित व्यक्ति दशमत रावत नहीं है, जबकि पुलिस विवेचना में पुष्टि की जा चुकी है कि वीडियो में दिख रहा व्यक्ति दशमत रावत ही हैं।
दशमत रावत ने खुद भी दिया बयान
इसके अलावा पीड़ित दशमत रावत ने खुद ही पुष्टि भी की। दशमत के मुताबिक, यह घटना 2020 की है। मैं शराब के नशे में था और मुझे कुछ भी समझ नहीं आ रहा था। मैंने यह भी नहीं देखा कि मुझ पर पेशाब करने वाला शख्स है कौन? जब यह वीडियो वायरल हुआ तो मुझे थाने और फिर कलेक्टर साहब के पास ले जाया गया, जहां मैंने बार-बार झूठ बोला कि वीडियो में प्रताड़ित होने वाला आदमी मैं नहीं हूं। लेकिन, जब आरोपी प्रवेश शुक्ला ने खुद अपराध कुबूल कर लिया तो मुझे विश्वास हुआ।
सबसे ज्यादा हैरानी की बात तो ये है कि इस मामले में कांग्रेस भी ‘असली और नकली’ पीड़ित का सवाल उठा रही है। जबकि, घटना का वीडियो वायरल होने के बाद सीधी जिले के सिहावल विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस विधायक कमलेश्वर पटेल ने खुद पीड़ित दशमत रावत के गांव कुबरी पहुंचकर उसके लिए न्याय की मांग को उसके घर के बाहर अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया था। इसके अलावा एक अन्य कांग्रेस नेता ने दशमत रावत को गंगाजल से शुद्ध किया था।
सीधी पेशाब कांड में बड़ा खुलासा,
— शिवराज ने किसी और के पांव धोने की नौटंकी की, असली पीड़ित लापता हैं क्या ?शिवराज जी,
इतना बड़ा षड्यन्त्र ❓मध्यप्रदेश आपको माफ नहीं करेगा। pic.twitter.com/JCvXlUJr7w
— MP Congress (@INCMP) July 9, 2023
सीधी में बीजेपी नेता द्वारा चेहरे पर पेशाब करने के मामले के पीड़ित आदिवासी युवक को पुलिस अपने साथ ले गई उसके बाद से ही 48 घंटे से भी ज़्यादा से युवक लापता है।
जिला प्रशासन उसके संबंध में कोई जानकारी नहीं दे रहा है। मप्र विधानसभा के पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह जी, पूर्व मंत्री… pic.twitter.com/i8kQSgj7BY
— MP Congress (@INCMP) July 5, 2023